हिसार: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ किसानों का गुस्सा तेजी से बढ़ रहा है। जी दरअसल हरियाणा की ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार गोविंद कांडा के साथ जो कुछ हुआ वह हैरान कर देने वाला है। जी दरअसल बीते शनिवार को उनको किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बीते शनिवार शाम को गोविंद कांडा जब गुरुद्वारा सिंह सभा में माथा टेकने पहुंचे, तो किसानों ने उन्हें गुरुद्वारे से जबरन बाहर निकाल दिया। इस बीच किसानों ने उनके साथ धक्का-मुक्की भी है। बताया जा रहा है गोविंद कांडा के साथ मौजूद बीजेपी नेता जसवीर सिंह चहल को बुरी तरह से धक्का भी मारा गया और इन धक्कों की वजह से चहल मुंह के बल जमीन पर गिरने से बच गए। यहाँ किसानों का विरोध देख गोविंद कांडा के निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से निकाल लिए और लेकर चले गए। आपको बता दें कि हरियाणा की ऐलनाबाद सीट पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है। वहीं मतों की गिनती दो नवंबर को होगी। ऐसे में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन ने गोविंद कांडा को मैदान में उतारा है जो हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। गोबिंद कांडा हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख और विधायक गोपाल कांडा के भाई हैं। आप सभी को यह भी बता दें कि कुछ दिनों पहले ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लाठी-डंडे उठाने और 'उग्र किसानों' से लड़ने के अपने 'विवादास्पद' बयान को वापस लेते हुए कहा था, 'उनकी सरकार का उद्देश्य कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।' वहीं इससे पहले, बीजेपी के किसान मोर्चा की राज्य इकाई को संबोधित करते हुए, खट्टर ने कहा था, '1000 लोगों को लाठी के साथ राज्य के विभिन्न स्थानों पर वॉलेंटियर समूह बनाना चाहिए और केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों का 'इलाज' करना चाहिए।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा था, "लाठी उठाओ और उन उग्र किसानों को जवाब दो। हम सब कुछ देखेंगे।" आज वाराणसी में होगी प्रियंका गांधी की 'किसान न्याय रैली' चुनावी मोड में भाजपा, यूपी के बाद उत्तराखंड में डाला बड़े नेताओं ने डेरा आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद शाहरुख के लिए भावुक हुए शेखर सुमन, कह डाली ये बड़ी बात