चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिसमें गोरक्षकों के लिए पहचान पत्र जारी किए जाने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि जो पहचान पत्र जारी किया जाएगा उससे तो गोरक्षकों को आसानी से पहचाना जा सकेगा। मिली जानकारी के अनुसार सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की गई थी कि राज्य सरकारों को नकली गोरक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल मानसून सत्र से पूर्व सर्वदलीय बैठक में जानकारी दी गई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी को लेकर सख्त रूख अपनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहा गया कि गोरक्षा के नाम पर असामाजिक लोग हिंसा में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि देश में गोमाता की रक्षा की जाना चाहिए साथ ही इसके लिए एक कानून भी है। राज्य सरकार ने गोमूत्र सहित गाय से मिलने वाले दूसरे पदार्थों को लेकर कहा कि इस मामले में 19 सदस्य शामिल किए गए हैं, जिसमें विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस के सदस्य शामिल हैं। राज्य सरकार के इस निर्णय के पहले बुधवार में नागपुर में गोरक्षा के नाम पर हिंसा हुई थी। सलीम शाह नामक व्यवसायी स्कूटर पर 15 किलो बीफ ले जा रहे थे गोरक्षकों को इसकी भनक लग गई उन्होंने शाह की पिटाई कर दी। गोरक्षकों की शिकायत पर पुलिस द्वारा सलीम के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया था। जब क्राॅस रिपोर्ट हुई तो पुलिस ने उक्त प्रकरण में करीब 4 लोगों को पकड़ लिया। आरोपी निर्दलीय विधायक बच्चू काडू द्वारा चलाई जा रही संस्था का तहसील अध्यक्ष है। सलीम काटोल भारतीय जनता पार्टी की अल्पसंख्यक इकाई के तहसील पूर्व प्रभारी थे। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राजीव पोत्दार ने कहा कि शाह को निष्कासित करने को लेकर पत्र भेज दिया गया है। हरियाणा सरकार के विज्ञापन पर मचा बवाल HSSC में हज़ारो पदों पर निकली वैकेंसी