चंडीगढ़: गोपाल कांडा...सिरसा की सियासत का जाना-पहचाना नाम। 2019 विधानसभा चुनाव में कांडा निर्वाचित हो चुके हैं और समर्थन देकर फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनवाने की बात कह रहे हैं। हालांकि, कांडा द्वारा समर्थन की घोषणा के बाद से ही हंगामा शुरू हो चुका है। इस हंगामे के पीछे का कारण कांडा का विवादित इतिहास। इसमें उन पर कई तरह के इल्जाम लगे हैं, जिसमें से मुख्य है गीतिका नाम की एयरहोस्टेस को आत्महत्या के लिए उकसाना। यह 7 वर्ष पुराना वह मामला क्या है, जिसके कारण कांडा आज भी बदनाम है कांडा की एक एयरलाइंस कंपनी थी। नाम था मुरली धर लख राम या MDLR कंपनी। इस एयरलाइन्स में ही गीतिका शर्मा नाम की एयर होस्टेस कार्यरत थी। 5 अगस्त 2012 में गीतिका ने ख़ुदकुशी कर ली। पुलिस ने सूइसाइड नोट देखा, जिसमें गोपाल कांडा का नाम लिखा हुआ था, जिसने हंगामा मचा दिया। कांडा पर इल्जाम था कि उन्होंने एयरहोस्टेस गीतिका को ख़ुदकुशी के लिए उकसाया। अपने सूइसाइड नोट में गीतिका ने ही कांडा पर कई तरह के आरोप लगाए थे। इसमें शोषण और गलत इस्तेमाल मुख्य था। गीतिका की मृत्यु को अभी केवल 6 महीने ही बीते थे। कांडा जेल में था, तब ही गीतिका की मां ने भी ख़ुदकुशी कर की। उनके सूइसाइड नोट में भी कांडा और उनके साथियों का नाम लिखा गया था। फिर लगभग डेढ़ वर्ष बाद मार्च 2014 में उन्हें जमानत मिल गई। तब दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनपर से दुष्कर्म का चार्ज हटा दिया था। हालांकि, गीतिका आत्महत्या मामले में उनपर ट्रायल चलता रहा जो अभी भी जारी है। अब ट्रायल कोर्ट में साक्ष्य रखे जा रहे हैं। मां के सूइसाइड केस वाला मामला भी अदालत में विचाराधीन है। तुषार गाँधी का बड़ा बयान, कहा- गांधी की हत्या के मामले में सावरकर को कोर्ट ने कभी निर्दोष नहीं कहा लालू यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई टली, इस बार भी परिवार के साथ नहीं मनेगी दिवाली और छठ कांग्रेस को अब भी आस, हरियाणा में बन जाएगी सरकार....