चंडीगढ़: हरियाणा के नूंह जिले में पिनगवां थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शाह चौखा गांव में एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने और उसे घर में बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित की शिकायत के अनुसार पुलिस ने उसे घर के सामने रोकने, घर के अंदर बंधक बनाने, उसके व उसके दोस्तों के साथ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार शाह चौखा निवासी मौसिम ने पिनगवां थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, 18 जून की आधी रात को उनके मोहल्ले में एक लड़के की शादी थी। पीड़ित, कसम और हाफिज के साथ डीजे देखने गया था। तभी अक्की, उसके भाई जुबैर और वहां मौजूद अन्य लोगों ने उन्हें देखकर गाली-गलौज शुरू कर दी। जब हाफिज ने उनकी गालियों का विरोध किया तो अक्की, जुबैर और अन्य लोगों ने अपने हाथों में लिए डंडों से उसे पीटना शुरू कर दिया और उसके सिर पर वार कर दिया। सिर पर वार होते ही हाफिज जमीन पर गिर पड़ा और बेहोश हो गया। मौसिम ने बताया कि जब वे हाफिज को इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे, तो गुलाम नबी और अन्य लोग उनके घर के सामने खड़े थे। उन्होंने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मारपीट करने लगे। इस दौरान वे लोग कासिम को जबरन अपने घर में ले गए और उसे एक कमरे में बंद कर दिया तथा लाठी-डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई की। पीड़ितों ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी के घर का मुख्य गेट खोलकर बंद कमरे में बंधक बनाए गए कसम को मुक्त कराया। पुलिस कासिम को गंभीर हालत में उपचार के लिए ले गई। इस दौरान आरोपी ने कहा कि, "आज तो पुलिस ने तुम्हें बचा लिया, लेकिन किसी दिन तुम्हें मार दिया जाएगा।" पीड़ित ने बताया कि घटना स्थल पर गांव के अब्दुल गनी, नसरुद्दीन व एक दर्जन अन्य लोग मौजूद थे। इस दौरान कासिम व हाफिज को गंभीर चोटें आने पर उन्हें मांडी खेड़ा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर चोटों को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें नूंह मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया तथा बाद में पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। इस दौरान पीड़ित कासिम और हाफिज ने बताया कि आरोपी दबंग, आक्रामक और झगड़ालू किस्म के लोग हैं, जो पपरा गांव से आकर पिछले 6-7 सालों से शाह चोखा गांव में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि पपरा गांव में इन संदिग्धों का झगड़ा हुआ था, जिसमें उन्होंने लाठी-डंडों से किसी पर हमला कर दिया था और फिर शाह चोखा गांव चले गए, जहां उनके आक्रामक व्यवहार के बारे में सभी जानते हैं। इस दौरान गांव के अब्दुल गनी, नसरुद्दीन, उमर मोहम्मद, आमिर, शाहिद और अन्य लोगों ने बताया कि पास में ही एक शादी समारोह में संगीत बज रहा था, जहां इन लोगों ने बिना किसी कारण के हाफिज पर डंडे से हमला कर उसे घायल कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि इन लोगों ने पहले भी पपरा गांव में झगड़े में हत्या की थी और शाह चोखा गांव में अपने जुर्म को गर्व से प्रदर्शित किया था, उन्होंने बताया कि पपरा गांव में किसी की हत्या करने के बाद वे वहां चले गए थे। पुलिस ने बताया कि अक्की, शकील, वकील, गुलाम नबी, जुबैर, अकरम, जाहिद, साजिद, धूलि अर्शीदा और शाहरुना के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि,, नूह एक मुस्लिम बहुल इलाका है, जहाँ 80 फीसद मुस्लिम आबादी है, यहाँ आए दिन अपराध होते रहते हैं। कुछ दिन पहले, 21 जून को, हरियाणा के नूंह जिले के अकेड़ा गांव में एक हिंदू परिवार पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने इसलिए हमला कर दिया था, क्योंकि उन्होंने हाल के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट दिया था। इससे पहले यहाँ शोभायात्रा पर भी कट्टरपंथियों का हमला हो चुका है, जिसमे पुलिस भी बाल-बाल बची थी। गत वर्ष इसी जिले में एक DSP को रेत माफिया शब्बीर ने डंपर से कुचलकर मार डाला था, जब वे अपनी टीम के साथ रेत खनन रोकने गए थे। 'आश्वासनों का पुलिंदा है यह बजट…', शिंदे सरकार पर उद्धव ठाकरे का हमला मामी के प्यार में कातिल बना भांजा, मामला जानकर काँप उठेगी रूह 'प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं जैसे..', पीएम मोदी पर सोनिया गांधी का तीखा हमला