चंडीगढ़: हरियाणा में चौथे दिन भी कई शहरों में सावन की झड़ी लगी हुई है. जिससे प्रदेश की स्थिति में तेजी से बदलाव हुआ है. अब 10 शहरों में सरप्लस तो 11 शहरों में सामान्य से कम बारिश है. अच्छी बारिश होने से उमस भरी गर्मी से राहत मिल गई. जंहा अब किसानों ने भी बारिश के आ जाने से राहत कि सांस भरी है. अधिकतम तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री सेल्सियस गिर कर 30 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया है. वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के बीच आ चुका है. हरियाणा में बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे तक 18.9 MM वर्षा हुई. सर्वाधिक वर्षा करनाल में 60.8 MM हुई. वहीं ब्लॉकों में सबसे ज्यादा इंद्री में 110 MM वर्षा रिकॉर्ड की गई. गुरुग्राम में तेज बारिश से शहर की सड़कों पर पानी भर गया. शहर के सभी बरसाती नाले और सीवर ओवरफ्लो होकर बाहर तक बहने लगी. सेक्टर व कॉलोनियों की गलियां भी पानी से विस्तृत रूप से भरी दिखाई दी. किसानों को सलाह: नरमा, कपास, बाजरा, ग्वार, मूंग आदि खरीफ की फसलों व सब्जियों में बारिश का पानी अधिक देर तक जमा न रहें. कपास की फसल में कीटों व रोगों का कहर हो सकता है. प्रदेश में अब तक 179.3 एमएम बारिश: हरियाणा में बीते 4 दिनों से मानसून सक्रिय होने से सरप्लस वर्षा हो गई है. 1 जून से 22 जुलाई तक प्रदेश में 179.3 MM वर्षा हो चुकी है. इस अवधि में 156.4 MM सामान्य वर्षा हो रही है. इस तरह हरियाणा में 15 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हो गई है. प्रदेश में मानसून सीजन में 410 MM औसत वर्षा होती है. महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल, रेवाड़ी व रोहतक में अब तक कम वर्षा हुई है. जनता को एक और बड़ा झटका, मास्क न लगाने पर देना होगा इतना जुर्माना ओणम : एक नजर में जानें त्यौहार से जुड़ीं हर बात, 10 दिन में क्या होता है ख़ास ? बिहार में बाढ़ से प्रभावित हुए 10 से अधिक जिले, कई लोगों की ज़िंदगी अब भी दाव पर