नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि NCERT कक्षा 10वीं कक्षा की पुस्तकों से चार्ल्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत को कथित तौर पर हटाने को लेकर 'कोई बदलाव नहीं' हुआ है. धर्मेंद्र प्रधान ने यह बयान पुणे के भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम के दौरान दिया है. उन्होंने कहा कि, 'मौजूदा समय में एक विवाद चल रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि NCERT ने विज्ञान की पुस्तकों से डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत और आवर्त सारणी को हटा दिया है. मैं सार्वजनिक रूप से कहना चाहूंगा कि इस प्रकार का कोई संशोधन नहीं हुआ है.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले पर उन्‍होंने NCERT से स्वयं जानकारी ली है. धर्मेंद्र प्रधान के बताया कि, 'NCERT के मुताबिक, COVID-19 महामारी के दौरान, विशेषज्ञों ने सलाह दी थी कि कुछ र‍िपीटीटिव सामग्री को हटाकर, अस्थायी तौर पर कोर्स कम किया जा सकता है और बाद में बहाल किया जा सकता है. इस तरह, कक्षा 8 और 9 की पाठ्यपुस्तकों का मैटर अपरिवर्तित रखा गया है. कक्षा 10वीं की पुस्तक में, विकास के सिद्धांत के एक हिस्से को हटाया गया है, मगर यह कक्षा 11 और 12 में अपरिवर्तित है.' धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि, 'आवर्त सारणी कक्षा 9, कक्षा 11 और 12 सभी में पढ़ाई जाती है. NCERT ने स्पष्ट किया है कि सिद्धांत से संबंधित सिर्फ एक या दो उदाहरण छोड़े गए थे.' उन्‍होंने आश्वासन दिया कि नई पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के मुताबिक, तैयार की जा रही हैं, जिसे वर्तमान में लागू किया जा रहा है. कंडोम से नशा ? बंगाल के युवाओं में फ़ैल रही खतरनाक लत, कई मेडिकल स्टोर्स पर 'निरोध' की किल्लत ! सरकार ने मानी विपक्ष की मांग! मणिपुर हिंसा पर अमित शाह ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, सभी दलों को आमंत्रण योग दिवस पर पीएम मोदी के कार्यक्रम में बना गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, UN हेडक्वार्टर में पहुंचे थे कई देशों के प्रतिनिधि