कोच्ची: मंकीपॉक्स (Monkeypox) को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में राज्यों से मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए तमाम एहतियाती कदम उठाने का अनुरोध किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे पहले 31 मई को इसी प्रकार का पत्र लिखा था। उसमें संक्रामक रोग मंकीपॉक्स के प्रबंधन पर जारी गाइडलाइन्स का एक पूरा सेट जारी किया गया था। अब एक बार फिर से उन्हीं दिशानिर्देशों को दोहराते हुए स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने तमाम राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा है। बता दें कि अभी तक, भारत में मंकीपॉक्स का कोई केस सामने नहीं आया है। उन्होंने पत्र में राज्यों से प्रवेश द्वारों पर स्वास्थ्य जांच दल, रोग निगरानी दल, अस्पतालों में कार्य करने वाले डॉक्टरों को सामान्य लक्षणों की जांच करने के लिए कहा गया है। केंद्र ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से संदिग्ध मामलों की जांच करने के लिए कहा है। दरअसल, केरल में विदेश से लौटे एक शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण नज़र आने के बाद उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गुरुवार को कहा है कि मरीज के सैंपल एकत्रित कर लिए गए हैं और जांच के लिए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि जांच के परिणाम मिलने के बाद ही मंकीपॉक्स की पुष्टि की जा सकेगी। विदेशी मुद्रा-डॉलर में हो रही बढ़ोतरी, जापान की मुद्रा निचले स्तर पर जहांगीरपुरी हिंसा: दिल्ली पुलिस ने 37 आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट जिसने 'बलात्कार' किया, उसे 7.5 लाख रुपए देगी सरकार, सुप्रीम कोर्ट का आदेश