जयपुर: राजस्थान में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को भाजपा द्वारा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया है। जबकि पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को उपनेता प्रतिपक्ष का पद दिया गया है। भाजपा विधायक दल की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया। बता दें कि, गुलाब चंद कटारिया के असम के गवर्नर बनने के बाद यह पद रिक्त था। बता दें नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में वसुंधरा राजे कैंप के माने जाने वाले विधानसभा के पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल का नाम भी शामिल थे। मगर, एन वक़्त पर वे पिछड़ गए। बताया जाता है कि, राजेंद्र राठौड़ को वसुंधरा कैंप के MLA पसंद नहीं करते है। इसका कारण यह है राजेंद्र राठौड़ सीएम फेस को लेकर वसुंधरा राजे के नाम की जगह पीएम मोदी का नाम लेते रहे हैं। राठौड़ का कहना है कि पीएम मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। वसुंधरा कैंप से इससे सहमत नहीं है। वैसै राजस्थान की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने राठौड़ को राजनीति में बहुत आगे बढ़ाया है। शेखावत के बाद राठौड़ वसुंधरा कैंप में शामिल हो गए थे। वसुंधरा राजे ने राठौड़ को पंचायती राज मंत्री बनाया था। भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को बधाई दी है। सतीश पूनिया ने कहा है कि मंच पर सभी लोगों का अभिवादन। राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बनने पर बधाई। चुनाव से पहले राजेंद्र राठौड़ की नेता प्रतिपक्ष पद पर ताजपोशी को वसुंधरा कैंप के झटके के रूप में देखा जा रहा है। 'यदि मैं कांग्रेस अध्यक्ष होता तो..' थरूर ने बताया 2024 लोकसभा चुनाव के लिए क्या करते ? 'जो रामलला को टेंट में देखना चाहते थे, उनके बंगले खाली हो रहे..', राहुल गांधी पर कपिल मिश्रा का तंज 'पहले अपना घर संभालें', कांग्रेस को इस दिग्गज नेता की सीख