लैला मजनू की कहानी किसने नहीं सुनी। हर कोई इन्हें जानता है लेकिन पहचानता नहीं है क्योंकि आज तक किसी ने इन्हें देखा नहीं है। यह प्रेम कहानी सैकड़ो साल पुरानी है जोकि मरकर भी अमर है। जो तस्वीर आप देख रहे है यही तस्वीर है असली लैला मजनू की। बताया गया है कि दोनों ने अपनी ज़िन्दगी के आखिरी लम्हो को पकिस्तान बॉर्डर से 2 किलोमीटर दूर राजस्थान की जमीन पर बिताए थे। इन प्रेमियो की एक मजार भी बानी हुई है। हम बताते है इनकी असल कहानी - लोगो का मानना है की लैला मजनू सिंध प्रान्त के रहने वाले थे, उनकी मौत यही हुई थी सब यही मानते है। लेकिन मौत कैसे हुई इस बारे में कोई नहीं जानता। कुछ लोगो का मानना यह भी है कि लैला के भाई को जब इन दोनों की प्रेमकहानी के बारे में पता चला तो उससे बर्दास्त नही हुआ और उसने दोनों की हत्या कर दी। इसके आलावा लोगो का कहना यह भी है कि दोनों घर से भागे थे और दर दर भटकने के बाद दोनों की मौत हो गयी। लैला और मजनू की एक मजार है जहाँ हर साल 15 जून को दो दिन का मेला लगता है जिसमे हिंदुस्तान और पाकिस्तान के प्रेमी जोड़े आकर अपने सफल जीवन की कामना करते है। यह प्रेम की मजार प्रेमी जोड़ो के लिए सबसे बड़ा प्रतीक है। एक ऐसी खबर जिसे पढ़कर आपके उड़ जाएंगे तोते 5 महीने में दो बार मकड़ी ने किया एक शख्स के गुप्तांग पर हमला दुनिया के सफर पर निकले इस फोटोग्राफर ने ली बेहद अद्भुत तस्वीरें