नई दिल्ली : दिल्ली में आबोहवा बिगड़ती ही जा रही है. बुधवार को भी दिल्ली में कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्र के ही वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान व अनुसंधान संस्थान (सफर) ने बुधवार को इसकी गुणवत्ता निकाली जिसमें शुद्ध हवा में काफी गिरावट दर्ज की गई है. बता दें, भलस्वा लैंडफिल साइट पर 20 अक्तूबर से लगी आग के कारण निकल रहे जहरीले धुएं से स्थिति और भी ज्यादा खराब हो रही है. इस पर एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि दिवाली तक ये हालात और भी बिगड़ जायेंगे. दिल्ली की हवाओं में घुला ज़हर, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे पायदान पर - रिपोर्ट दिल्ली फायर सर्विस के चीफ फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि पिछले कई दिनों से कूड़े में लगी आग को बुझाने की लगातार कोशिश की जा रही है लेकिन ये काबू में नहीं आ रही है और इसके लिए मौके पर फायर सर्विस की 15 गाड़ियां लगी हुई हैं. पानी के अलावा ये आग मिट्टी और मलबे से भी बुझाने की कोशिश की जा रही है. इससे निकल रही मीथेन गैस बार बार इस आग को भड़का रही है. इसके अलावा ये भी बताने जा रहा है कि हवा की गति कम होने से प्रदूषित गैस स्थानीय वातावरण में ही बढ़ती रहती है, जिसके कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता है. दिल्ली में डेंगू ने बदला रूप ना सिरदर्द ना बुखार, इन लक्षणों का ना करें नज़रअंदाज़ बताया जा रहा है कि पिछले साल दिल्ली समेत उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों को जहरीले स्मॉग ने ढक लिया था. इसका आधा कारण दिवाली पर जलने वाले पटाखे और खेतों में पराली को जलाने को जिम्मेदार माना जा रहा है. इसकेकारण कोयले से बिजली बनाने वाले कई पॉवर स्टेशन बंद करने, कंस्ट्रक्शन पर प्रतिबंध लगाने और कूडृा जलाने पर रोक लगानी पड़ी थी. सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में यही हाल है जिसमें दिल्ली छठे स्थान पर है. खबरें और भी... दिल्ली सरकार ने निकाली सरकारी नौकरी, 2 लाख रु से अधिक वेतन दिवाली पर यात्रा करने वालों को मिलेगी राहत, चलेंगी कई अनारक्षित स्पेशल ट्रेनें