नई दिल्ली : यह बड़े अचरज की बात है कि मुनाफे में रहने के बाद भी निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने अक्टूबर से दिसंबर महीने के बीच लगभग 4,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. तीसरी तिमाही के नतीजों में एचडीएफसी बैंक का तिमाही मुनाफा 3865 करोड़ रुपये घोषित किया था. पिछले तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में बैंक को 15 फीसदी अधिक मुनाफा हुआ है. पिछले साल इसी तिमाही में बैंक को 3357 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. गौरतलब है कि यह पहला मौका है जब किसी बैंक ने एक तिमाही में इतने लोगों को एक साथ नौकरी से निकाला गया हो. एचडीएफसी बैंक के अनुसार कर्मचारियों में इस कटौती के लिए नैचुरल एट्रीशन (नौकरी बदलने वाले कर्मचारी) के साथ-साथ बैंक द्वारा तीसरी तिमाही में कम कर्मचारियों की भर्ती को जिम्मेदार बताया जा रहा है. HDFC के इस कदम से बैंक ने स्पष्ट संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में आर्थिक हालात नहीं सुधरे तो अगले कुछ महीनों में कर्मचारियों को निकालने की सिलसिला जारी रहेगा. HDFC बैंक ने जन धन के जीरो बैलेंस खाते खोलने से मना किया सलाखों के पीछे पंहुचा खुद के अपरहण की साजिश रचने वाला HDFC बैंक मैनेजर