नई दिल्लीः देश में इन दिनों मंदी पर काफी चर्चा हो रही है। तमाम उद्योग धंधे मंदी के चपेट में हैं। जिसके कारण नौकरियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। रियल एस्टेट उन सेक्टरों में शामिल हैं जहां मंदी की सबसे तगड़ी मार पड़ी है। लेकिन हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन के चेयरमेन का मानना है कि इस सेक्टर में विकास की प्रबल संभावनाएं हैं। एचडीएफसी के चेयरमेन दीपक पारेख ने कहा है कि कमर्शियल रियल एस्टेट काफी अच्छा ग्रो कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब आवासीय घरों को कोई नहीं खरीद रहा है, उस समय में भी व्यावसायिक रियल एस्टेट का उज्जवल भविष्य है। एक बिजनेस टीवी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में उन्होंने कहा कि कमर्शियल रियल एस्टेट में अच्‍छी तेजी है। उन्होंने कहा कि खास तौर से आईटी बैक-ऑफिस सेक्टर और किसी को भी इसमें सुस्ती नजर नहीं आ रही है। पारेख ने बताया कि शहरीकरण के बढ़ने, तेजी से पलायन और मेट्रो सिटीज में युवाओं की बढ़ती जनसंख्या ने कमर्शियल रियल्टी की मांग को बढ़ा दिया है। पारेख ने कहा कि यहां सोवेरियन वेल्थ फंड्स और प्राइवेट इक्विटी फंड्स की तरह ही खरीदार हैं, जो ऑफिस रियल्टी में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं। पारेख ने अफोर्डेबल हाउसिंग के बारे में कहा कि हम अफोर्डेबल हाउसिंग में भी बड़ी ग्रोथ देख रहे हैं। अफोर्डेबल हाउसिंग की डिमांड को पूरा करने के लिए एचडीएफसी ने एचडीएफसी कैपिटल अफोर्डेबल रियल एस्टेट-2 (H-CARE 2) की स्थापना की है। सरकार द्वारा संचालित नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड ऑफ इंडिया (NIIF) ने H-CARE 2 में 660 करोड़ का निवेश किया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट, जानें नई कीमत भारत का भविष्य उज्जवल, मंदी जैसी कोई बात नहीं अगस्त माह में सेवा सेक्टर के विकास दर में आई गिरावट