सोने से हम हमारे शरीर और मन को आराम देता है। यह रोज़मर्रा के काम करने के लिए ऊर्जा देती है। लेकिन सोने की सही पोजिशन भी महत्वपूर्ण हैं। भारतीय परिवारों में स्लीपिंग पोजिशन से जुड़ी कई बातें अक्सर दोहरायी जाती हैं। ऐसी ही एक बात है दक्षिण दिशा में पैर ना करके सोना। यह एक सलाह है जिसे हर भारतीय परिवार में बुज़ुर्ग ज़रूर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते है इससे हमारे स्वस्थ लाभ जुड़ा हुआ है तो आइये जानते है। ..... क्यों नहीं सोना चाहिए उत्तर दिशा में सिर रख कर : वास्तु शास्त के मुताबिक उत्तर दिशा में सिर ना रख कर सोना चाहिए। इसके पीछे एक उचित कारण भी बताया गया है। साइंस के सिद्धांतों के आधार पर यह सही साबित होता है। दरअसल सौरमंडल की चुम्बकीय तरंगे, दक्षिण से उत्तर दिशा में ट्रैवल करती हैं। जब हम उत्तर दिशा में सिर करके सोते हैं, तो ये तरंगे सिर से होते हुए पैरों की तरफ गुज़र जाती हैं। यह प्रक्रिया पाचन तंत्र और ओवर ऑल हेल्थ के लिए अच्छी मानी जाती हैं। लेकिन जब कोई व्यक्ति दक्षिण दिशा में पैर करके सोता है, तो इन तरंगों का उल्टा प्रभाव पड़ता है। ये भी हैं दक्षिण दिशा में पैर रख कर सोने के नुकसान : दक्षिण दिशा में पैर रख कर सोने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। उत्तर दिशा में सिर रख कर सोना स्लीप क्वालिटी को भी प्रभावित करती है। स्लीपिंग डिसॉर्डर्स की एक बड़ी वजह स्लीपिंग पोजिशन्स ही हैं। साथ ही बुरे सपने आने का भी एक कारण है दक्षिण की ओर पैर रख कर सोना। इसीलिए अगर आप शांत और गहरी नींद सोना चाहते हैं, तो दक्षिण की तरफ पैर ना रखें। सर्दियों के मौसम में कम मेटाबोलिज्म होने पर इस विधि से पकाये भोजन, स्वस्थ में होगा लाभ सर्दियों में मिलाने वाली आवला के स्वस्थ लाभ जानकार हैरान हो जाएंगे आप भारतीय महिलाओ को मल्टीविटामिन गोलिया लेने से पहले ध्यान रखा चाहिए ये टिप्स .....