लोग जिम में जाकर घंटों पसीना बहाते हैं लेकिन काफी दिनों बाद भी उनका शरीर जस का तस रहता है। दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं, रोजाना वर्कआउट करने वालों को बेहतर मसल्‍स पाने के लिए कुछ बातों का ध्‍यान रखना बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं कि वो बातें क्‍या हैं। मशीन का सहारा ना लें: कैलोरी बर्न करने के लिए कार्डियो मशीनों का प्रयोग ना करें। कैलोरी का बर्न होना सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना हार्ड वर्क करते हैं। हर कोई विभिन्‍न दरों पर कैलोरी बर्न करता है और विभिन्‍न कारकों पर निर्भर करता है। कोई भी मशीन ये बताने में असक्षम है कि आपने कितनी मेहनत की है। दर्द से होगा लाभ: अगर आपको कसरत के बाद दर्द हो रहा है तो आप ये ना समझें कि आपने सही तरीके से वर्कआउट नहीं किया। दर्द होने से पता चलता है कि आपकी बॉड़ी ठीक हो रही है और उसे सही पोषण मिल रहा है। रूटीन में बदलाव ज़रूरी: कई बार लोग जिम में जाकर रोजाना एक ही एक्‍सरसाइज करते रहते हैं। मसलन कोई अगर बायसेप के लिए वजन उठा रहा है, तो वो नियमित रूप से यही काम करता रहता है। दरअसल एक जैसी कसरत करते रहने से आपकी भुजाएं कमजोर होने लगती हैं और परिणाम नजर नहीं आता। इसलिए आपको बेहतर परिणाम के लिए रूटीन को बदलने की ज़रूरत है। कार्डियो: कई लोग जिम में एक सामान्‍य गलती करते हैं। वो वजन कम उठाते हैं कार्डियो ज्‍यादा करते हैं। दरअसल ज्‍यादा कार्डियो करने से ज्‍यादा कैलोरी बर्न होती है और आपका वजन तेजी से गिरता है। ध्‍यान रहे कि अगर वजन ज्‍यादा गिरेगा तो आपकी मसल्‍स नहीं बनेगी। इतना ही नहीं इससे आपके मैटाबलिज़म (metabolism) पर भी जोर पड़ता है। वजन उठाने से आपकी मांसपेशियों को सही सेप मिलता है और इससे आपका मैटाबलिज़म भी सही बना रहता है। बेसब्री: कई लोग ये सोचते हैं कि एक हफ्ते में ही उनकी बॉड़ी पर असर दिखने लगेगा। लेकिन ये सच नहीं है। बॉड़ी में बदलाव धीरे-धीरे आता है। कुछ लोगों को इतनी जल्‍दबाजी होती है कि वो सोचतें हैं रातोंरात उनकी बॉड़ी बन जाए। बजाय ऐसी सोच के उन्‍हें मेहनत करनी चाहिए और अपने आपको कुछ समय देना चाहिए। ये आपके ट्रेन और आपकी लगन पर निर्भर करता है। वैसे चार से आठ हफ्ते में अच्‍छा परिणाम दिखने लगता है। Dill Leaves या सोया के पत्ते इन सभी स्वस्थ समस्याओ के लिए वरदान से कम नहीं, जाने फायदे ये आदते असमय ही कर रही आपके ब्रैस्ट को ढीला, कर ले इन से तौबा विटामिन डी और सूर्य का प्रकाश क्यों होता है जरुरी? जाने कैसे बढ़ाये इसका लेवल