हर रोज एक जैसा वर्कआउट रुटीन आपको बोर कर देता है जिसके कारण या तो आपको पूरी तरह नया वर्कआउट रुटीन अपनाना पड़ता है. सीधे तो आप रोज़ ही चलते हैं और इसके फायदे भी जानते होंगे. लेकन आपको बता दें, कि वॉकिंग बैकवार्ड या पीछे की तरफ चलना भी आपके लिए लाभदायक है. पीछे की तरफ चलना ना केवल एक मजेदार व्यायाम है बल्कि इसके कई लाभ भी हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं. आज हम इसी के बारे में बताने जा रहे हैं. पीछे की तरफ चलना या वॉकिंग बैकवार्ड को रेट्रो वॉकिंग भी कहते हैं. लोग इस व्यायाम को मसल्स बनाने, शरीर का संतुलन, स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए करते हैं. आप इसे आसानी से अपने वर्कआउट रुटीन में शामिल कर सकते हैं. जब आप पीछे की तरफ चलते हैं तो यह आपके घुटनों पर कम तनाव डालता है इसलिए यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जिन्हें घुटने में दर्द की समस्या है. पीछे की तरफ चलने से आपके पैर की सभी मसल्स काम करती है जैसे क्वैड्रीसेप्स और काफ मसल्स. इसके अलावा यह हैमस्ट्रिंग मसल्स पर भी काम करता है साथ ही जो मसल्स कम इस्तेमाल होती है वो भी इस दौरान फंक्शन करती हैं. सप्ताह में चार दिन रोजाना 10-15 मिनट पीछे की तरफ चलने से आपके शरीर का लचीलापन बढ़ता है. पीछे की तरफ चलते वक्त आपको सामने की तरफ चलने की तुलना में अपने शरीर को अधिक संतुलित रखना पड़ता है इससे आपके शरीर का संतुलन बढ़ता है. पीछे की तरफ चलने से आप अपनी वॉकिंग तकनीको भी सुधार पाते हैं. इससे आप सामान्य तरीके से चलने के साथ-साथ, टहलने का एक नया तरीका भी सीख पाते हैं. पीछे की तरफ चलना आपको कैलोरी बर्न करने में मदद करता है. पीछे की तरफ चलने से आप सामान्य रुप से चलने की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक कैलोरी बर्न कर पाते हैं क्योंकि इसके लिए आपको अधिक उर्जा की जरुरत होती है. इससे आपका वजन भी नियंत्रित रहता है. पीछे की तरफ चलना आपके बोरिंग वर्कआउट को मजेदार बनाता है. यह आपकी मजबूती और सहनशक्ति को भी बढ़ाता है. जानें टैटू निकालने के बाद किन बातों का रखें ख्याल जानें Zumba वर्कआउट के फायदे.. वजन कम करने में मदद करता है जीरे-अजवाइन का पानी