बुडुडा. इस वक्त दुनिया के कई देशों में कई तरह की गंभीर प्राकृतिक आपदाएं घटित हो रही. अब तो ऐसा लगने लगा है मानों धरती के अंत जैसी अफवाहे सच्चाई की ओर बढ़ने लगी है. इस कड़ी में आज ही दो तीन घटनाये हुई है जिनमे ओडीसा का तूफ़ान तितली, अमेरिका का तूफ़ान माइकल और नेपाल का हालिया तूफ़ान भी शामिल है. भारत में कहर मचा रहे तूफ़ान को पाकिस्तान ने क्यों दिया नाम 'तितली' ? इस कड़ी में आज युगांडा में भी एक भीषण बाढ़ आ गई है. इस भीषण बाढ़ से इस देश में अब तक 41 लोंगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही कई लोग अभी भी लापता ही बताये जा रहे है. दरअसल युगांडा में पर्वतों पर अचानक बादल फटने जैसे हालत हो गए है और इस वजह से यहाँ की एक प्रमुख नदी में भीषण बाढ़ आ गई है. नदी में आई इस भीषण बाढ़ से इसके तटीय इलाकों में रहें वाले लोग अनजान थे और इसी वजह से वे पहले से सावधानी बरत नहीं पाएं . रूद्र हुआ तूफ़ान तितली, सैकड़ों पेड़ और खंभे उखड़े, 8 की मौत युगांडा के आपदा अधिकारियों ने इस मामले में विदेशी मिडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि इस बाढ़ की वजह से अब तक कम से कम पचास लोग लापता हो गए है. इनमे से अभी तक 38 शव बरामद कर लिए गए है. इसके साथ ही अन्य लापता लोंगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है. खबरें और भी मेक्सिको बीच को तबाह करने के बाद थमा माइकल का कहर, 16 की मौत, दर्जनों घायल अब नेपाल में आया भीषण तूफान, 8 पर्वतारोहियों की मौत पश्चिम बंगाल पहुंचा तितली तूफ़ान, चार की मौत, 16 ट्रेने रद्द अमेरिका में बढ़ा 'माइकल' का कहर, एक की मौत, कई घायल