नई दिल्लीः देश के कुछ हिस्सों में विशेषकर मध्यप्रदेश में मॉनसून जोरों पर है। राज्य के 32 जिलों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। भारी बारिश से राज्य का बड़ा हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हो गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल,सीहोर, मंडला, नरसिंहपुर और जबलपुर सहित 11 जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ियों में छुटटी की गई। इन शहरों की कई निचली बस्तियां पानी में डूबी हैं। पुलों-पुलियों पर कई फीट पानी बह रहा है। कई गांवों और शहरों का सड़क संपर्क टूट गया है। हरदा जिले में सुकनी नदी का पानी जिला जेल में 3-4 फीट भर गया है। 300-500 लोगों को शिविरों में शिफ्ट किया गया है। होशंगाबाद में दो दिनों से मूसलधार बारिश हो रही है। जिले के कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। धार जिले में नर्मदा के किनारे बसे गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर और आसपास हो रही बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। उज्जैन में नदी किनारे बने कई मंदिर जलमग्न हैं। खंडवा- मोरटक्का पुल और जबलपुर-नरसिंहपुर स्टेट हाईवे बंद कर दिया गया है। सिवनी में उफन रही वेनगंगा नदी का पुल पार करते समय दो लोग बह गए। महाराष्ट्र और आंध्र में भी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। महाराष्ट्र में सांगली जिले में कृष्णा और वरुणा नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। आंध्र प्रदेश प्रशासन गोदावरी नदी पर बने चार बांधों में पानी के बढ़े स्तर को देखकर प्रथम श्रेणी की बाढ़ आने की चेतावनी जारी कर चुका है। बता दें कि इस बार भारी बारिश से देश के कई हिस्से भयानक रूप से प्रभावित हुए हैं। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने इंदिरा गाँधी को पछाड़ा, हासिल की ये उपलब्धि उत्तर प्रदेश: बागपत में बैंक प्रबंधक से 15 लाख रुपए लूटकर फरार हुए बदमाश केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की माता का दुखद निधन, सीएम कमलनाथ ने जताया शोक