नई दिल्ली : लगता है भारी बारिश का कठिन दौर अभी भी थमा नहीं है। देशभर में बारिश से लोगों की हालत खराब हो रही है तो दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के लेह में साबू गांव पानी में ही बह गया। यही नहीं लेह में बीते दो दिनों से होने वाली बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ गया। हालात ये हैं कि कई राज्यों में बाढ़ का पानी रहवासी क्षेत्रों में घुस गया है और कहीं तो बहाव ही इतना तेज़ रहा कि यह लोगों और कच्चे मकानों को अपने साथ बहाकर ले गया। ग्रामीण क्षेत्र में हर ओर पानी भर जाने के कारण गांव के अंदर हजारों लोगो के फंसे होने की जानकारी मिली है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में सेना और पुलिस राहत पहुंचा रही है। कई जगह हेलिकाॅप्टर से भोजन पहुंचाया जा रहा है। तो दूसरी ओर लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचा दिया गया है। यहां लोगों के रहने का प्रबंध किया गया है। बाढ़ से जहां पश्चिम बंगाल और गुजरात बेहाल हैं वहीं लेह-लद्दाख में भी बुरे हालात हैं। मिली जानकारी के अनुसार विदेशी पर्यटक भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फंस गए हैं। बादल फटने के कारण लेह के समीप भारी तबाही मच गई हैं. हालात ये रहे कि कई दुर्गम क्षेत्रों में सड़क और अन्य संपर्क प्रभावित हुआ तो दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में कोमेन का असर अभी भी लोगों को परेशान कर रहा है। बाढ़ का पानी गांवों में घुसने से लोग और पशु दोनों ही काफी तादाद में बह गए हैं। बारिश से मरने वालों की तादाद करीब 50 हो गई है वहीं उत्तर 24 परगना के बासितहाट में बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई और 4 और घायल हो गए। बारिश के चलते यहां भी कई ऐसे मकान भरभराकर गिर पड़े जो अपेक्षाकृत कमजोर माने जा रहे थे। तेज़ बारिश से करीब बारह जिलों में 36 लाख लोग प्रभावित हुए तो दूसरी ओर बारिश से 71 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण खेतों में भी जमकर नुकसान होने की जानकारी मिली है। बड़े पैमाने पर खेतों में पानी भर गया। हालात ये रहे कि अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल हो गया कि पानी से भरा क्षेत्र खेत थे या तालाब। काफी दिन से खेतों में पानी जमा होने से फसलें खराब होने का अंदेशा बना हुआ है।