मुंबई। जोरदार बारिश ने जहाॅं मुंबईकर की मुश्किल बढ़ाई, वहीं समुद्री तटों पर मौजूद नाविकों, मछुआरों और पालघर में काम करने वाले लोग परेशान हो उठे। मंगलवार को करीब 300 बोट्स का संपर्क तटबंधों से टूट गया। ये बोट्स वसई, विरार, उत्तन बोर्डि, दहानू, भायंदर, सतपटी आदि क्षेत्रों की थीं। बताया जा रहा है कि, बारिश के दौरान तेज़ बिजली कड़की और बोट्स का संपर्क कोस्टल एरिया से टूट गया। बड़े पैमाने पर मछुआरे कोआॅपरेटिव सोसाइटी के संपर्क में थे। इस मामले में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि, आखिर अभी भी समुद्र के एरिया में कोई बोट तो फंसी नहीं है। अब जानकारी सामने आई है कि, इस कार्य में पेट्रोलिंग बोट की मदद ली जा रही है। इस मामले में दिलीप माथक ने कहा कि, बोट्स जाफराबाद गई थी। जाफराबाद को मरीन सामान पकड़ने के लिए जाना जाता है। हालांकि मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई थी। मगर इसके बाद भी मछुआरे क्षेत्र में गए। संपर्क टूटने पर कोस्टल एरिया से तकनीकी प्रयास किए गए और बहुत अधिक क्षमता युक्त यंत्र से बोट्स से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन, मछुआरों को संदेश नहीं दिया जा सका। कुछ समय बाद मछुआरों के राजकोट में होने की जानकारी मिली। अब कहा जा रहा है कि जिन बोट्स से संपर्क हुआ उनमें मौजूद मछुआरे सुरक्षित हैं और वे जल्द ही वापस लौट सकते हैं। मुंबई में ईमारत गिरने से मरने वालो के आकड़ो में हुआ इजाफा पाकिस्तान में बारिश से 164 की मौत बारिश से बेहाल हुई मुंबई, आज स्कूल-कॉलेज बंद