अमरावती: आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बीते सप्ताह हुई मूसलाधार वर्षा की वजह से आई बाढ़ की तबाही के उपरांत अभी हालात सामान्‍य भी नहीं हुए थे कि फिर भारत‍ मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार और रविवार को आंध्र प्रदेश के SCAP और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया गया है. रिपोर्ट्स की माने तो आंध्र प्रदेश के कडपा जिले में हाल में आई बाढ़ में डूबे 16 लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है और स्टेट गवर्नमेंट ने शुक्रवार को बोला था कि बाढ़ में 44 अन्य लोगों की जान चली गई है. विधानसभा में स्वतः संज्ञान लेते हुए सीएम वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने बाढ़ और उसके उपरांत राज्य सरकार द्वारा उठाए गए राहत कदमों पर बयान दिया. प्रायद्वीपीय भारत में हुई 143.4 प्रतिशत ज्यादा बारिश: जहां इस बारें में कहा जा रहा है कि प्रायद्वीपीय भारत में 1 नवंबर से 25 नवंबर के दौरान 143.4 फीसद अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिससे यहां बाढ़ और बुनियादी ढांचे को भारी हानि पहुंची है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार , यहां पर 1 अक्टूबर से 25 नवंबर के मध्य 63 प्रतिशत अतिरिक्‍त वर्षा हुई. 1 अक्टूबर से पूर्वोत्तर मानसून सीजन के बीच तमिलनाडु में अब तक 61 प्रतिशत , पुडुचेरी में 83, कर्नाटक में 105 और केरल में 110 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है. बारिश की वजह से इस माह चेन्नई और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा के कुछ भागों में भी बाढ़ की स्थिति देखी जा रही है. फ़तेहपुर में मिला जीका वायरस का पहला केस, शासन हुआ अलर्ट Omicron पर पीएम मोदी की बड़ी बैठक, अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को लेकर दिए ये निर्देश सोशल मीडिया पर उर्वशी रौतेला ने किया अपने सोलमेट का खुलासा!