भोपाल: मध्य प्रदेश सहित देश के कई प्रदेशों में मानसून की गतिविधि पर ब्रेक लगने के पश्चात् एक बार फिर नए सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना बन रही है. अगस्त माह में राज्य के किसी भी हिस्से में भारी वर्षा देखने को नहीं मिली है तथा इसका प्रभाव किसानों की फसलों पर भी पड़ा. फसलों को कीटों से हानि का संकट बढ़ गया है. ऐसे में तेज वर्षा के आसार के बीच प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली है. मौसम वैज्ञानिकों ने 18 अगस्त से राज्य में फिर तेज वर्षा का अनुमान जताया है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से राज्य के कुछ जिलों में हल्की वर्षा का दौर शुरु है तथा अगले कुछ घंटो के अंदर यह तेज वर्षा में तब्दील हो सकता है. दो मौसम प्रणालियों के सक्रिय होने से यह स्थिति बन सकती है. साथ ही मानसूनी गतिविधियों में तेजी आने की भी संभावना है. बुधवार को राज्य के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा का दौर देखने को मिला है, जिसमें सबसे अधिक वर्षा जबलपुर जिले में हुई. यहां लगभग 17 मिमी से भी ज्यादा वर्षा दर्ज की गई. इसके अतिरिक्त गुना में 9.4 मिमी, नर्मदापुरम में 6.6 मिमी, उमरिया में 4.4 मिमी, भोपाल में 4.3 मिमी, सिवनी में 3.6 मिमी, रायसेन में 2.8 मिमी, बैतूल में 2.2 मिमी, पचमढ़ी में 1.6 मिमी, सागर में 0.2 मिमी एवं इंदौर में 0.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग ने आज आज राज्य के 30 से अधिक जिलों में वर्षा की संभावना जताई है. भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, छतरपुर, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, गुना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर कलां और अशोकनगर में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है. रेप की सजा काट चुके आरोपी ने जेल से बाहर आते ही फिर की शर्मनाक हरकत, 5 वर्षीय मासूम से की दरिंदगी पहली बार एक मंच पर साथ नजर आएँगे पंडित धीरेंद्र शास्त्री और प्रदीप मिश्रा! 'कांग्रेस ने गरीबी हटाओ की दिशा में काम करने के बजाय 'गरीब' को हटा दिया', के कविता ने बोला राहुल गांधी पर हमला