त्रिवेंद्रम: इस साल मानसून ने देश के कई राज्यों में भरी तबाही मचाई हुई है, देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है, जिससे जान-माल की भारी हानि हुई है और प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसका सबसे ज्यादा असर भारत के दक्षिणी राज्य केरल पर पड़ा है. गुजरात जलमग्न, पीएम का दौरा टला बताया जा रहा है कि केरल में भीषण बरसात के चलते 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं. लगभग 3500 से ज्यादा लोग बारिश के कहर के चलते बेघर हो गए हैं. राज्य प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को बंद करने की घोषणा कर दी है.पिछले एक हफ्ते में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर जाने के बाद लगभग 34,000 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है. असम में बाढ़ से 27 की मौत, बचाव कार्य जारी जनसामान्य के अलावा इसका असर यातायात पर भी पड़ा है, कुछ जगह रेलवे लाइन्स छतिग्रस्त हो गई हैं. इसी कारण कोट्टायम-इट्टूमानूर के बीच चलने वाली 10 ट्रेनों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है और जल्द ही स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है. बिहार: पिछले साल आई बाढ़ का मुआवजा अभी तक नहीं, करोड़ों लोग थे प्रभावित