आकाशदीप की रिपोर्ट भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। प्रदेश के कई जिलों के नदी-नाले इन दिनों उफान पर हैं। कहीं नदी की रपटों के ऊपर से पानी बह रहा है तो कहीं सड़कें ही नदियां बन गई हैं। जिसके कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर रस्सी और ट्यूब के सहारे नदी की रपटे पार कर रहे हैं। प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार इस साल प्रदेश में बारिश ने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारी बारिश से प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, तो वहीं नदी के किनारे पर बनी बस्तियों में जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश से किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है, खेतों में खड़ी फसले बारिश के चलते खराब हो गई हैं और वेयर हाउस में खुले में रखा अनाज भी बारिश में भीगकर खराब हो रहा है। राजधानी भोपाल में अब तक 72 इंच वर्षा हुई दर्ज प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस वर्ष बारिश ने बीते 50 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिए है। भोपाल में सामान्य रूप से 31 इंच तक बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक पूरे मानसून में अब तक 72 इंच बारिश हो चुकी है और मानसून अभी बाकि भी है माना जा रहा है आंकड़ा अभी और बढ़ेगा। देवास में हुई स्कूलों की छुट्टी भारी बारिश को देखते हुए देवास कलेक्टर ने नर्सरी से लेकर 12वीं तक सभी विद्यालयों की छुट्टी घोषित कर दी है। इन जिलों में भारी बारिश प्रदेश में बीते 24 घंटों में इंदौर, भोपाल, धार, सीहोर, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, विदिशा, उज्जैन, गुना, रायसेन, मंदसौर, ग्वालियर, दतिया, आगर मालवा, अशोक नगर, बड़वानी, कटनी, जबलपुर, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर में भारी बारिश दर्ज हुई है। वहीं मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में भी राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, शिवपुरी, रीवा, डिंडोरी, शहडोल, सतना, सीधी, सिंगरौली में बारिश के आसार बताएं है। इन जिलों को नहीं मिलेगी बारिश से राहत, IMD ने किया अलर्ट णमोकार महामंत्र का होगा 15 दिवसीय अखंड पाठ, यह शहर रचेगा इतिहास शहर के सबसे स्वच्छ वार्ड के कर्मचारियों को मिलेगा डेढ़ लाख रुपए का पुरस्कार