अमृतसर: आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को पंजाब में नवनिर्वाचित सरपंचों के शपथ समारोह में शामिल हुए। अपने संबोधन में केजरीवाल ने सरपंचों को ईमानदारी से काम करने और पंजाब से नशे की समस्या को खत्म करने में सहयोग देने की अपील की। केजरीवाल ने सभी सरपंचों का स्वागत करते हुए कहा कि पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आए लगभग 10,000 सरपंच आज शपथ ले रहे हैं, जबकि बाकी 3,000 सरपंच और 81,000 पंच 23 नवंबर के बाद शपथ ग्रहण करेंगे। उन्होंने बताया कि 3,000 से अधिक गांवों में सरपंच और पंच निर्विरोध चुने गए हैं, जिससे उन गांवों की तरक्की की उम्मीद बढ़ती है। उन्होंने कहा कि सरपंच बनना एक बड़ी जिम्मेदारी है और यह लोगों के भरोसे को बनाए रखने का काम है। केजरीवाल ने सरपंचों से ईमानदारी से काम करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी से निभाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बेईमानी की गई तो जनता से नाराजगी और जेल भी हो सकती है। उन्होंने सरपंचों से कहा कि सरकारी अनुदानों को गांव की भलाई में और सबके साथ मिलकर पारदर्शी तरीके से खर्च करें। उन्होंने सुझाव दिया कि ग्राम पंचायत की बैठकें कम से कम साल में दो बार जरूर हों, और यदि संभव हो तो हर महीने बैठक आयोजित करें। केजरीवाल ने कहा कि गांव के लोगों के सुझावों के अनुसार ही कार्य करने से फिजूलखर्ची भी कम होगी। उन्होंने सरपंचों को याद दिलाया कि वे किसी विशेष पार्टी के नहीं, बल्कि पूरे गांव के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने उनसे किसी प्रकार का भेदभाव न करने की अपील की। केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगर सरपंच ठान लें, तो पंजाब से नशा खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरपंचों को पता होता है कि नशा कौन बेचता है, और ऐसे मामलों में पुलिस की मदद ली जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट पहुंचा बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला, SC ने केंद्र से माँगा जवाब सीएम योगी का बड़ा ऐलान, कक्षा 9 से 12 के बच्चे इस तरह उठाएं लाभ 'कल से न्याय नहीं दे पाउँगा..', CJI चंद्रचूड़ ने रिटायरमेंट पर दिया भावुक संबोधन