रांची: झारखंड के सीएम के रूप में तीसरी बार शपथ लेने के कुछ दिनों बाद, हेमंत सोरेन ने 7 जुलाई को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट जीत लिया है। हेमंत सोरेन ने अपने पक्ष में 45 विधायकों के वोट के साथ विश्वास मत जीता। उन्होंने 4 जुलाई को रांची के राजभवन में झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। बता दें कि JMM नेता को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद करीब पांच महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा किया गया था। 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े आरोपों में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद सीएम पद की कमान संभालने वाले चंपई सोरेन ने शपथ लेने के पांच महीने बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे बुधवार को हेमंत सोरेन के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावना बन गई। चंपई सोरेन ने इसी साल 2 फरवरी को राजभवन में झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इससे पहले एक वीडियो संदेश में हेमंत सोरेन ने भाजपा पर उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया था। हेमंत सोरेन के सीएम बनने से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को मजबूती मिलेगी, जिसने लोकसभा चुनाव में आदिवासी बहुल झारखंड में तीन सीटें जीती थीं। 'फिल्मों में दिव्यांगों का मज़ाक नहीं उड़ा सकते..', सुप्रीम कोर्ट ने जारी कर दी गाइडलाइन दोबारा परीक्षा क्यों करवाई जाए ? NEET मामले पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा सवाल, बुधवार को फिर सुनवाई राहुल गांधी के बचाव में उतरे शंकराचार्य, बोले- इन लोगों को दंड मिलना चाहिए...