गाय के गोबर की अहमियत को लोगों तक पहुंचाने तथा गौशालाओं की आय बढ़ाने के इरादे से इस वर्ष "कामधेनु दीपावली अभियान" चलाया गया। यह अभियान राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने आरम्भ किया है। इस अभियान के तहत दीपावली पूजन में काम आने वाले विशेष 12 आइटम को गाय के गोबर से तैयार किया गया है। महिला ग्रुप ने इन आइटम को तैयार किया है। अयोध्या में जलने वाले दीयें यहीं तैयार किए गए हैं। यह सभी महिला समूह जिलों में संचालित गौशालाओं से जोड़े गए हैं। वहीं तैयार सामान को विक्रय करने के लिए आपसी जनसंपर्क तथा लोकल मार्केटों की सहायता ली गई है। विशेष रूप से बनाए गए हैं यह 12 आइटम- आरकेए के अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया का कहना है कि "कामधेनु दीपावली अभियान" से पूर्व हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर गौमाया गणेश अभियान चलाया था। गाय का गोबर मिलाकर प्रतिमा तैयार की गईं थी। अभियान के सफल होने के पश्चात् अब दीपावली के लिए तैयारी की गई है। दीपावली के लिए विशेष दीयें, मोमबत्ती, धूपबत्ती, अगरबत्ती, शुभ-लाभ, स्वस्तिक, समरणी, हार्डबोर्ड, वॉल-पीस, पेपर-वेट, हवन सामग्री, भगवान लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा बनाई गई हैं। इस अभियान से पंचगव्य उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। 11 करोड़ परिवार में 33 करोड़ दियों से जगमग होगी दीपावली-आरकेए के अध्यक्ष का कहना है कि वैसे तो मांग के हिसाब से जितना माल बन जाए उतना ही अच्छा है। किन्तु फिर भी हमने एक लक्ष्य तय किया है। जैसे भारत के 11 करोड़ परिवारों तक 33 करोड़ गाय के गोबर से बने दिए पहुंचाने का उद्देश्य लिया है। इसमे से 3 लाख दीयों का ऑर्डर हमे अयोध्या, एक लाख वाराणसी से पहले ही प्राप्त हो चुका है। इसके पीछे हमारा सबसे बड़ा इरादा चीन के बने दीयों को समाप्त कर अपने लोगों के लिए रोज़गार के मार्ग खोलने हैं। दिवाली के बाद इस बात को लेकर बीजेपी ने बुलाई बैठक JDU तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- RJD कार्यकर्ताओं की गुंडई पर मौन क्यों? दर्दनाक हादसे का शिकार हुई बस, 9 लोगों की गई जान