यहाँ पर विराजमान है हनुमान जी एक नारी के रूप में

हनुमान जी कलयुग में सबसे अधिक पूजे जाने वाले देवताओं में से एक है जो अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते है भारत में इनके कई प्रसिद्ध मंदिर है जिनमे यह अपने अलग-अलग रूपों में विराजमान है लेकिन हनुमान जी का एक मंदिर ऐसा भी है जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाओगे आइये जानते है हनुमान जी के इस अनोखे मंदिर कि क्या विशेषता है?

यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर रतनपुर नामक स्थान पर स्थित है जहां हनुमान जी स्त्री रूप में विराजित है इस मंदिर को सम्पूर्ण भारत गिरजाबांध हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है पूरी दुनिया में हनुमान जी का स्त्री रूप में यह एकलौता मंदिर है आइये जानते है इस मंदिर से जुड़ी एक कथा जिसके कारण इस मंदिर का निर्माण हुआ.

एक समय की बात है जब रतनपुर पर राजा पृथ्वीदेवजू राज्य करते थे उनके राज्य में किसी भी चीज की कमी नहीं थी उनकी प्रजा बहुत ही खुश थी. राजा पृथ्वीदेवजू हनुमान जी के बहुत बड़े भक्त थे लेकिन उन्हें कोढ़ की बीमारी होने के कारण वह किसी का स्पर्श नहीं कर सकते थे और न ही वह किसी के साथ घूमने जा सकते थे जिसके कारण वह बहुत चिंतित रहते थे.

राजा पृथ्वीदेवजू ने अपनी इस बीमारी का बहुत इलाज करवाया किन्तु उन्हें कोई भी आराम नहीं मिला बाहर से भी कई वैध आये लेकिन वह भी किसी को राजा को ठीक नहीं कर सके. एक दिन यही बातें सोचते हुए राजा की आंख लग गई और उन्हें एक अजीब सा सपना आया जिसमे उन्होंने हनुमान जी को एक विचित्र से रूप में दिखाई दिए वह रूप एक स्त्री का था. उनके एक हांथ में राम नाम की माला और दूसरे हांथ में लड्डू की थाली थी और हनुमान जी ने राजा से कहा की में तुम्हारी भक्ति से बहुत प्रसन्न हूं जाओ मेरे इस स्वरुप का एक मंदिर तालाब के पास बनवाओ और इस तालाब ने स्नान करो तुम्हारे सभी दुखों का निवारण होगा.

 

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