आज तक आपने सुना होगा की मंदिर में भगवान को दूध, जल, प्रसाद आदि चढाने से मनोकामनाये पूरी होती है .लेकिन कभी आपने ये सुना है की भगवान झाड़ू चढाने से प्रसन्न हो जाते है.जी हाँ हम आपको एक जहाँ भगवान को प्रसाद नहीं बल्कि झाड़ू चढ़ाया जाता है. यह सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा पर यह बिलकुल सच है. मुरादाबाद जिले में बिहाजोई गांव में प्रचीन शिव मंदिर पातालेश्वर स्थित है.इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग पर नारियल के सींको वाली झाड़ू चढाई जाती है. मानना है कि भगवान शिव पर झाड़ू चढ़ाने से मनोकामना पूरी हो जाती है. भक्तो का ऐसा मानना है कि झाड़ू चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते है और ऐसा करने से त्वचा सम्वन्धित रोगों से छुटकारा मिलता है. एक कथा के अनुसार, इस गांव में भिखारीदास नाम का एक बनिया रहता था वो बहुत पैसे वाला था लेकिन उसे त्वचा सम्बन्धी एक बड़ा रोग था वो इस रोग का इलाज करवाने के लिए जा रहा था कि अचानक से उसे प्यास लगी बह भगवान शिव के इस मंदिर में पानी पिने आया. और तभी वहाँ झाड़ू मार रहे पुजारी से टकराया जिसके बाद बिना इलाज के ही उसका रोग ठीक हो गया. इससे खुश होकर सेठ ने पुजारी को अशर्फियाँ देना चाहा लेकिन पुजारी ने उसे लेने से इंकार कर दिया इसके बदले में उसने सेठ से यहाँ मंदिर बनबाने की प्रार्थना की. उस सेठ ने यहाँ मंदिर का निर्माण करवाया और उसे वक्त से यह कहा जाता है की चर्म रोग होने पर इस शिव लिंग में भगवान शिव को झाड़ू चढ़ाना चाहिए ऐसा करने से लोगो के रोग दूर होंगे इसलिए श्रद्धालु आज भी यहाँ झाड़ू चढाते है.