पेट की मसल्स कमजोर होने से आंत बाहर निकल जाती है, इस बीमारी को हर्निया कहते है. इसमें आंत का एक हिस्सा पेट की मसल्स के एक कमजोर हिस्से से बाहर आ जाता है. इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो समस्या गंभीर हो सकती है, इस बीमारी में पेट की स्किन के नीचे आसामान्य उभार आ जाता है, यह नाभि के नीचे होता है. ज्यादा समय खांसते रहने या भारी सामान उठाने से भी पेट की मसल्स कमजोर हो जाती है और हर्निया की संभावना बढ़ जाती है. हर्निया में सूजन और काफी दर्द होता है, बता दे कि इसका इलाज बिना सर्जरी के सम्भव नहीं है. हर्निया होने पर प्रभावित जगह पर बर्फ लगाए. कुछ हद तक राहत मिलेगी. कैमोमाइल की चाय के सेवन से भी फायदा होता है. यह डाइजेशन सिस्टम को ठीक करता है. अदरक की जड़ पेट में गैस्ट्रिक एसिड हुए नुकसान से सुरक्षा करती है. यह हर्निया के दर्द को कम करता है. इसका सेवन तरल रूप से भी किया जा सकता है. मुलेठी इस बीमारी में रामबाण की तरह काम करती है. यह हर्निया के इलाज में कारगर है. मुलेठी की चाय का सेवन करने से क्षतिग्रस्त ऊतकों को तेजी से ठीक किया जाता है. ये भी पढ़े टेंशन को दूर करने के लिए आजमाएं ये उपाय महामारी से बचने के लिए इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत डियो की जगह इस्तेमाल करे ये चीजे