आज का दिन पीएम मोदी के लिए बहुत अहम है, क्योंकि वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के मामले में आज गुजरात हाईकोर्ट अपना फैसला सुना सकता है.इस मामले की सुनवाई तीन जुलाई को पूरी हो गई थी. ये पुनर्विचार याचिका जकिया जाफरी की ओर से दायर की गई थी. गौरतलब है कि 2002 में गुजरात में हुए जबरदस्त दंगों में करीब एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे. इन दंगों के समय नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे. इस हमले में ही कांग्रेस नेता एहसान जाफरी भी मारे गए थे. इस मामले में दिसंबर 2013 में गुजरात दंगों के मामले में अहमदाबाद की कोर्ट से नरेंद्र मोदी को पूरी तरह क्लीन चिट मिल गई थी. इस फैसले से असंतुष्ट होकर एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी और सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के गैर सरकारी संगठन 'सिटिजन फॉर जस्टिस एंड पीस' ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी. बता दें कि इस याचिका में 2002 के दंगों के पीछे कथित बहुत बड़ी आपराधिक साजिश होने के मामले में विशेष जांच दल (SIT) की ओर से नरेंद्र मोदी सहित अन्य 56 लोगों को क्लीन चिट दिए जाने को सही ठहराने के निचली अदालत के आदेश को पूरी तरह चुनौती दी गई है. याचिका में मोदी और 59 अन्य को दंगों को लेकर आपराधिक साजिश रचने का आरोपी बनाए जाने की मांग की गई है. यह भी देखें देश की अर्थव्यवस्था पर बोले पीएम मोदी, पढ़िए खास बातें हिमाचल के बिलासपुर में गरजे मोदी, कांग्रेस पर बोला हमला