शिलांग: मेघालय उच्च न्यायालय ने इस साल की शुरुआत में असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों द्वारा हस्ताक्षरित एक अंतरराज्यीय सीमा समझौते के संबंध में जमीन पर भौतिक सीमांकन या सीमा चौकियों के निर्माण पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया है। आप सभी को बता दें कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के। संगमा और असम के उनके समकक्ष हिमंत विश्व शर्मा ने दोनों राज्यों के बीच अकसर तनाव उत्पन्न करने वाले 12 विवादित क्षेत्रों में से कम से कम छह के सीमांकन के लिए इस साल मार्च में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। जी हाँ, मेघालय के चार ‘ट्रेडिशनल’ (आदिवासी) प्रमुख की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति एच. एस. थांगखिव ने छह फरवरी 2023 को मामले की अगली सुनवाई तक इस पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया। आपको बता दें कि न्यायमूर्ति थांगखिव ने कहा, ‘‘इस दौरान 29।03।2022 के समझौता ज्ञापन के तहत, अगली सुनवाई तक कोई भौतिक सीमांकन या जमीन पर सीमा चौकियों का निर्माण नहीं किया जाएगा।’’ चटनी बनाने के लिए पड़ोसी से टमाटर मांगने चली गई पत्नी और फिर जो हुआ... इसी के साथ याचिका में उच्च न्यायालय से दो पूर्वोत्तर राज्यों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन को रद्द करने का अनुरोध किया गया था। जी दरअसल याचिका में दावा किया गया कि यह संविधान की छठी अनुसूची के प्रावधानों का उल्लंघन करता है, जो आदिवासी क्षेत्रों के प्रशासन के लिए विशेष प्रावधानों से संबंधित है। मदरसों में पढ़ रहे गैर-मुस्लिम बच्चों को नहीं दी जाएगी मजहबी तालीम, NCPCR का आदेश जारी तिरंगा काटकर हेडमास्टर ने साफ़ कराए कुर्सी-टेबल, अब मचा बवाल राहुल की यात्रा में गहलोत के मंत्री को मिला धक्का, कभी कहा था- हाईकमान कुछ नहीं होता...