खुद को क्लासी और कूल दिखाने के लिए आप हाई हील का उपयोग करती है. इससे आप काफी स्टाइलिश दिखाई देती हैं लेकिन क्या जानती हैं कि इनसे आपको कितनी परेशानी ही सकती है. अलग-अलग मौकों और ज़रुरत के अनुसार महिलाएं हील की चप्पल, सैंडल और जुतियां पहनती हैं. हालांकि, हील पहनने से पैरो समेत शरीर के कई अंगो पर क्या असर पड़ता है या उन्हें क्या समस्याएं हो सकती हैं. * पैर में समस्याएं जितनी लंबी हील होती है, पैरों पर उतना ही दबाव पड़ता है. व्यक्ति के पैरों की बनावट शरीर का भार सहने और उन्हें खड़ा रखने के हिसाब से बनाई गई है. पैर पूरे शरीर को संतुलित रखते हैं. पैरों की मदद से चलने, दौड़ने, उचकने आदि कामो में हड्डी के ढाँचे (कंकाल) को झटके झेलने और संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. उदाहरण के तौर पर; 4 इंच की हील पैर के अगले हिस्से पर शरीर के वज़न का 30% से अधिक दबाव डालती है. * टखने और पिंडलियां में समस्याएं हील पहनने की वजह से पैर अपनी प्राकृतिक स्थिति से कहीं अधिक कोण पर मुड़ जाते हैं. इस कारण पैरों और आस-पास के अंगो में रक्त संचार कम हो जाता है. लंबे समय तक हील पहनने से यह दबाव खून का सचार लगभग पूरी तरह रोक देता है, जिससे वहां मौजूद स्पेल स्पाइडर नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. * घुटने में समस्याएं इंसान के शरीर में उसके घुटने सबसे बड़े जोड़ होते हैं. किसी शारीरिक काम में यह झुक कर एक शॉक एब्जॉर्बर (झटका सहन करने वाले) स्प्रिंग की तरह काम करते हैं. हाई हील से घुटनो पर अंदर की तरफ दबाव पड़ता है. * कूल्हे और कमर में समस्याएं हाई हील पहनने से महिला के कूल्हे और कमर पर अप्राकृतिक जोर पड़ता है. साथ ही हील पहनी महिला को एक ख़ास पोज़ में खड़ा रहना या चलना पड़ता है, जिनसे स्थाई कमर दर्द की समस्या हो सकती है. मल्टी फेस मास्किंग अप्लाई करने से पहले जान लें कुछ सावधानियां चेहरे को चमकदार बनती है रेड वाइन, जानिए इसके फायदे प्रेग्नेंट हैं प्रियंका,न्यूयॉर्क फैशन वीक में दिखा बेबी बम्प!