जैसा की आप जानते ही होंगे की आने वाले माह में 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम शुरू होगें.जैसे-जैसे परीक्षा का टाइम नजदीक आ रहा है. वैसे -वैसे छात्रों को टेंशन सी होने लगी है. वे परीक्षा की तैयारी को लेकर बहुत पेसर में दिखाई दे रहे है.छात्रों में जोरो -सोरों से परीक्षा की तैयारी का माहौल दिखाई दे रहा है. पर बच्चों पर एग्जाम का प्रेशर साफ नजर आ रहा हैं कोई देर रात तक पढ़ाई कर रहा हैं तो कोई सुबह जल्दी उठकर, चारों और बच्चों में पढाई का माहौल दिखाई दे रहा है. वहीं हम बात करें 12 वीं के छात्रों की तो वे अपने-अपने चुने हुए विषय पर कड़ी मेहनत से तैयारी में जुटे हुए है. अगर साइंस स्टूडेंट्स की बात करें तो सलोनी सुबह जल्दी उठकर फिजिक्स पढ़ती हैं ताकि उनकी फिजिक्स के सवालों में दिमाग लगाने से उनकी नींद खुल जाए और आगे की पढ़ाई हो सके. प्लानिंग के तहत पढ़ाई करने से प्रेशर नहीं बनता और इसीलिए बच्चे अभी इसी के अनुसार से पढ़ाई कर रहे हैं. क्योंकि 12वीं के रिजल्ट पर ही बाकी का करियर निर्भर करता हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री ने भी मन की बात के जरिये बच्चों और उनके अभिवावकों को बच्चों के एग्जाम टाइम में ज्यादा टेंशन और प्रेशर न लेने की बात कही. साथ ही सही दिशा और प्लानिंग के साथ पढ़ाई करने की सलाह दी. मनोचिकित्सक अरुणा ब्रूटा के मुताबिक बच्चों को ये समझना चाहिए की जिन्दगी में नंबर नहीं काम आते. बच्चों के खाने-पीने और नींद का ध्यान रखें और कम से कम प्रेशर में पढ़ाई करने की सलाह दें ताकि बच्चा इजी होकर सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें. 2 साल की अवधि का फुल टाइम MBA कोर्स -करें अप्लाई आईआईएम लखनऊ से करें पीजी प्रोग्राम, ऐसे करें आवेदन