उच्च शिक्षण संस्थान अब पूर्ण रूप से होंगे कैशलेस

अजमेर - जैसा की आप भी जानते ही होंगे की नोटबंदी के चलते अब आप बहुत से क्षेत्रों में लेन-देन ऑनलाइन के माध्यम से होगें जिससे अब लोगों को कतार में लगकर कुछ लेन-देन करने की जरूरत नहीं होगी. इस के चलते अब शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के हाथों में नोट लेकर कॉलेज और विश्वविद्यालयों में फीस जमा कराने और लाइनों में धक्के खाने के दिन दूर हो जाएंगे. देश के सभी उच्च और तकनीकी संस्थाओं में डिजिटल पेमेंट व्यवस्था (कैशलेस) शुरू होगी. सभी संस्थाओं में विद्यार्थियों को 12 दिसम्बर से 12 जनवरी तक डिजिटल फीस प्रक्रिया समझाई जाएगी. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी संस्थाओं को डिजिटल इंडिया और कैशलेस योजना लागू करने को कहा है.

मिली जानकारी के मुताबिक़ -यूजीसी के सचिव प्रो. जसपाल सिंह संधु ने बताया कि केंद्र सरकार की 'डिजिटल पेमेंट व्यवस्था (कैशलेस) योजना के तहत संस्थानों में व्यवस्था प्रारंभ होगी. यूजीसी की राष्ट्रीय अकादमिक संग्रहण केंद्र योजनान्तर्गत स्नातक/स्नातकोत्तर और अन्य पाठ्यक्रमों की डिग्री, डिप्लोमा, अंकतालिकाएं, प्रमाण-पत्र और अन्य दस्तावेज डिजिटल प्रारूप में 24 घंटे ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगे. विद्यार्थी डिजिटल अथवा ई-पेमेंट से कभी भी दस्तावेज का प्रिंट ले सकेंगे.

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