नई दिल्ली : हिलेरी क्लिंटन ने दिल्ली में आयोजित एक आयोजन में वर्तमान अमेरिकी सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पेरिस समझौते से हटने के फैसले को अमेरिका के लिए शर्मनाक बताया. उल्लेखनीय है कि दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में दूसरे दिन के अनितम सत्र में शामिल हुई अमेरिका की पूर्व सेक्रेटरी ऑफ स्टेट हिलेरी क्लिंटन ने दि ग्रेट चर्न-व्हाट हैपेन्स नाउ विषय पर अपने विचार प्रकट करते हुए सबसे पहले कहा कि भारत उनके और उनके परिवार के दिल में खास जगह रखता है.इसके बाद उन्होंने अमेरिका की वर्तमान ट्रम्प सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि अमेरिका दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है जो पेरिस समझौता का हिस्सा नहीं है.यही नहीं उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि ट्रम्प हमारे लिए डिजर्व नहीं करते. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गत वर्ष जून में ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलने की घोषणा की थी और उन्होंने अपने इस फैसले के लिए भारत और चीन को जिम्मेदार ठहराया था. ट्रंप ने इस समझौते को अनुचित बताया था.बता दें कि पेरिस समझौते के तहत प्रावधान है कि वैश्विक तापमान को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने की कोशिश की जाए, ताकि वो 1.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा न बढ़ने पाए. यहाँ यह बात बताना उचित है कि पूरी दुनिया में अमेरिका ही सबसे ज्यादा ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन करता है. दूसरा नंबर चीन का है. यह भी देखें इसलिए महँगी हो जाएंगी यह चीजें हिलेरी क्लिंटन 11 मार्च को इंदौर में