नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश की वादियों में इन दिनों चुनावी चर्चाओं का बाजार गरम है, लेकिन कुल्लू मनाली में पर्यटन का मुद्दा ही कसौटी है. कुल्लू जिले में वैसे तो विधानसभा की पांच सीटे हैं, मगर जिस सीट पर पूरे सूबे की नजर है वह कुल्लू सीट ही है. कुल्लू के राजा मौजूदा विधायक महेश्वर सिंह का मैदान में होना दिलचस्पी की वजह है, जो भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में हैं. उनकी पूरी उम्मीद राजपरिवार से कुल्लू के लोगों के भावनात्मक जुड़ाव पर टिकी है. 2008 में परिसीमन के बाद कुल्लू और मनाली दोनों विधानसभा क्षेत्र अलग-अलग हो गए थे. हिमाचल प्रदेश की विधानसभा सीट संख्या-22 मनाली विधानसभा, मंडी विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत और 2008 में परिसीमन के बाद कुल्लू से अलग होकर अस्तित्व में आई. मनाली विधानसभा में मौजूदा समय में कुल आबादी 84,238 है जिसमें से 64,270 मतदाता इस बार अपने मतों का प्रयोग कर इस क्षेत्र से विधायक और पार्टी की किस्मत का फैसला करेंगे. मनाली विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक पृष्ठभूमि की दृष्टि से राजपूत बहुल क्षेत्र है. 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल्लू के पूर्व विधायक रहे गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. 2017 विधानसभा चुनाव में भी गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा के बैनर तले नामांकन दाखिल किया है. कांग्रेस ने भाजपा उम्मीदवार गोविंद के खिलाफ हरिचंद शर्मा को मैदान में उतारा है. हरिचंद शर्मा कुल्लू जिला परिषद के पांच साल तक अध्यक्ष रहे थे. हरिचंद शर्मा वर्तमान में राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश संयोजक हैं. हरि चंद्र के नेृतत्व में कुल्लू ने लगातार चार बार राजीव गांधी पंचायती राज सशक्तीकरण पुरस्कार जीता है. हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 9 नवंबर को होना है और मतों की गिनती 18 दिसंबर को की जाएगी. अनिल विज ने किया विवादित ट्वीट जेट एयरवेज की फ्लाइट में मच्छरों की बाईट असम: रास महोत्सव में कार जीतने का मौका