शिमला: देश के उत्तरी भारत के लोकप्रिय सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर को डोनेशन की रकम अपने व्यक्तिगत बैंक अकाउंट में डालने वाले कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है. निलंबित कर्मचारी एसडीएम दफ्तर बड़सर का है. डोनेशन की रकम में झोल का यह केस इसी माह सामने आया था. मामले के मुताबिक, पंजाब के एक भक्त ने 25 हजार रुपये की डोनेशन रकम मंदिर ट्रस्ट को भेंट करने के लिए एसडीएम दफ्तर से कंडक्ट किया था. भक्त की तरफ से दान करने के लिए मंदिर ट्रस्ट का अकाउंट नंबर मांगा. किन्तु एसडीएम दफ्तर में कार्यरत अपराधी कर्मचारी ने श्रद्धालु को मंदिर ट्रस्ट का अकाउंट देने के जगह अपना व्यक्तिगत खाता नंबर ही दे डाला. भक्त ने बताए गए खाता नंबर में 25 हजार की रकम दान के रूप में डाल दी. वही जब श्रद्धालु ने संबंधित कर्मचारी से चढ़ावे की रसीद मांगी, तो कर्मचारी बहस करने लगा. रसीद प्राप्त न होने पर श्रद्धालु ने इसकी कम्प्लेन बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन तथा एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार से कर दी. केस सामने आते ही संबंधित कर्मचारी ने 25 हजार रुपये की राशि मंदिर ट्रस्ट के अकाउंट में जमा करवा दी. विभागीय निरिक्षण में संबंधित कर्मचारी पर लगाए आरोप सिद्ध होने के पश्चात् उसे एसडीएम दफ्तर बड़सर से हटाकर बीबीएन कॉलेज चकमोह के साथ अटैच कर दिया गया. यह बताया जा रहा है कि संबंधित कर्मचारी पहले भी इस प्रकार के केस में संलिप्त रहा है. एसडीएम बड़सर ने इस केस की जांच पूरी होने के पश्चात् फाइल बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट के कमिश्नर तथा उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा को प्रेषित की. तथा आरोपी को सस्पेंडकर दिया गया. हरतालिका तीज : कब मनाया जाता है यह त्यौहार, जानिए कैसे पड़ा इस व्रत का नाम ? केरल सरकार ने इसरो के पूर्व वैज्ञानिक को दिया मुआवजा, मिले 1.30 करोड़ रूपए केरल में बाढ़ का आतंक, 151 वर्ष पुराना चर्च हुआ धराशायी