शिमला: कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल का राजस्व बढ़ाने की कवायद के तहत सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार राज्य में भांग की खेती को स्वीकृति देने पर विचार कर रही है। राज्य के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में भांग की खेती को वैध बनाने की दिशा में विचार कर रही है, जिससे प्रदेश को राजस्व मिलेगा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि यह औषधीय और औद्योगिक क्षेत्र के लिए असरदार साबित होगी। भांग में कई औषधीय गुण पाए जाते है। कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अवसाद आदि से ग्रसित मरीजों के इलाज में इसके औषधीय गुणों का इस्तेमाल किया जाता है। सीएम सुक्खू ने प्रेस वालों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने भांग की खेती का अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित की है। समिति में 5 विधायकों को सदस्य बनाया गया है। समिति उन इलाकों का दौरा करेगी, जहां भांग की गैर-कानूनी खेती होती है। समिति सभी पहुलुओं का गहनता से अध्ययन करने के बाद एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौपेंगी। इसी रिपेार्ट के आधार पर भांग की खेती को वैध करने के संबंध में सरकार अंतिम फैसला लेगी। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विश्व के कई देशों में भांग की खेती को कानूनी मान्यता मिली हुई है। भारत के कई राज्यों में भी भांग की खेती को कानूनी दायरे में रखा गया है। वर्ष 2017 में उत्तराखंड भांग की खेती को वैध करने वाला देश का पहला सूबा बना था। इसके अतिरिक्त गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी भांग की नियंत्रित खेती होती है। राज्य सरकार इन सभी पहुलाओं कां भी ध्यान में रखते हुए कोई निर्णय लेगी। उमेश पाल हत्याकांड: बड़े गुंडों की लिस्ट में शामिल हुई अतीक की पत्नी शाइस्ता, यूपी पुलिस ने बढ़ाया इनाम छावनी में तब्दील हुई चेन्नई, 22 हज़ार जवान तैनात, आज पीएम मोदी देंगे सौगात सत्ता मिलते ही राहुल गांधी को सजा देने वाले जज की जीभ काट देंगे- कांग्रेस नेता की खुली धमकी