शिमला के रोहड़ू टिक्कर के कुशैनी गांव में बुधवार रत करीब दो बजे आग लगने से भारी मात्रा में लोगों को नुकसान झेलना पड़ा था. शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग से करीब 4 दर्जन घर जलकर खाक हो गए हैं. वहीं 55 परिवारों को बेघर भी होना पड़ा हैं. इस मामले में अब राज्य के मुख़्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिक्रिया दी हैं. जयराम ठाकुर आज दुर्घटनाग्रस्त कुशैनी गांव पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने इस आगजनी पर गहरा दुःख व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने आग से प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की बात भी कही. साथ ही पीड़ित और प्रभावित लोगों का हाल-चाल भी जाना. मुख़्यमंत्री जयराम ने प्रभावित लोगों के हरसंभव मदद करने का आश्वासन भी दिया. उन्होंने घायलों और प्रभावितों के लिए बड़े वादे करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपना घर बनाने के लिए बैंकों से लोन ले रखा था उनकी रिकवरी एक साल तक रोकने की कोशिश की जाएगी जिससे कि वे लोग अपना पैसा बचाकर अपनी जरूरी काम या भविष्य में खर्च कर सके. आपको बता दे कि बुधवार रत को गांव में लगी आग पर काबू पाने के लिए करीब 400 लोगों को मशक्कत करना पड़ा था. इसमें स्थानीय पुलिस एसएचओ सहित 400 लोग शामिल थे. हालांकि इस दौरान शासन और प्रशासन की लापरवाही भी देखने को मिली हैं. आग को बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग की पहली गाड़ी बिना पानी के ही मौके पर पहुंच गई. इस अग्निकांड में करोड़ों रुपये की हानि अब तक हो चुकी हैं. रोहड़ू कुशैनी गांव में लगभग 150 से 200 परिवार निवास करते हैं. आमने-सामने हुई ट्रक और बस की भीषण भिड़ंत, लेकिन... हिमाचल अग्निकांड: 55 परिवार बेघर, 35 घर हुए राख एक सफर बर्फ से होते हुए खूबसूरत पहाड़ो का- स्पीति वैली