नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं। यात्रा की शुरुआत के समय से ही राहुल के साथ ही तमाम नेता यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि, यह यात्रा महंगाई, बेरोज़गारी और नफरत के खिलाफ है। साथ ही राहुल गांधी आए दिन अपने बयानों में भाजपा पर महंगाई बढ़ाने को लेकर निशाना साधते हुए नज़र आ रहे हैं। लेकिन, जब हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के हाथों में सत्ता आई, तो खुद महंगाई की खिलाफत करने वाले राहुल की पार्टी ने ही डीजल के दाम एक झटके में 3 रुपए बढ़ा दिए। दरअसल, डीजल के भाव बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ता है, जिसका सीधा प्रभाव महंगाई के रूप में देखने को मिलता है। यानी परिवहन की जा रही चीज़ों के दाम बढ़ने लगते हैं, जिसमे कई रोज़मर्रा की चीज़ें जैसे खाद्य पदार्थ आदि शामिल होते हैं। इससे पहले राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमे वे केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे थे कि सरकार डीज़ल के दाम बढ़ाकर किसानों को मार रही है। वहीं, अब अपनी ही पार्टी की सरकार द्वारा डीजल के दाम बढ़ाए जाने पर राहुल गांधी ने चुप्पी साध ली है। इस संबंध में जब एक पत्रकार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश से सवाल किया, तो वे भी इसका जवाब नहीं दे सके। जयराम रमेश ने थोड़ी देर रूककर कहा कि, ये सवाल आप मुख्यमंत्री (सुखविंदर सिंह सुक्खू) से कीजिए। इतना कहकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी पत्रकार के सवाल से पल्ला झाड़ लिया। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस क्लिप में देखा जा सकता है कि एक रिपोर्टर जयराम रमेश से सवाल करता है कि आप पेट्रोल-डीजल की बात करते हैं, कहते हैं कि महंगा हो रहा है, मगर हिमाचल में आपकी सरकार बनते ही डीजल पर 3 रुपए का टैक्स लगा दिया। इस पर जयराम रमेश ने कहा कि सवाल क्या है, तो पत्रकार ने कहा कि आप महंगाई के खिलाफ हैं और आपकी सरकार डीजल के भाव बढ़ा रही है, क्या इससे महंगाई नहीं बढ़ेगी ? इस पर जयराम रमेश ने कहा कि 'तो आप हमारे मुख्यमंत्री से पूछें, मुझसे क्यों पूछ रहे हैं।' जयराम रमेश के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूज़र्स भी जमकर कमेंट कर रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा है कि, 'फंस जाते हैं तो एक दुसरे पर थोपना ही जबाव रह जाता है। पर आत्मचिंतन नही करेंगे आपलोग। सर जो बिल्कुल आम आदमी होता है न, उन्हें भाजपा, कांग्रेस या आप से कोई लेना-देना नहीं होता, लेना-देना बस इज्जत की रोटी और इज्जत की जिंदगी से होता है। शायद आप विफल रहे, इसलिए बाहर है।' एक अन्य यूज़र ने लिखा कि, 'ढोंग का भंडाफोड़, महंगाई का ढोल पीटने वाली #कांग्रेस ने सत्ता हाथ में आते ही दिखाया असली रंग, 3 रुपए महंगा किया डीजल। सवाल पर जयराम रमेश ने ‘हमसे नही मुख्यमंत्री से पूछो’ कहकर पल्ला झाड़ लिया। यही है #Congress का असली चरित्र।' इससे पहले हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के कार्यकाल के दौरान खोले गए संस्थानों और कार्यालयों को बंद कर दिया था। सीएम सुक्खू की सरकार ने सूबे के 6 पॉलीटेक्निक कॉलेज, 14 आईटीआई, दो आयुर्वेदिक अस्पताल समेत 43 आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर (AHC) को बंद कर दिया है। अभी तक सरकार की ओर से 404 दफ्तरों और संस्थानों को बंद किया गया है। ऐसे में यह भी सोचने वाली बात है कि, इन संस्थानों में काम करने वाले लोगों के रोज़गार का क्या होगा और इन कॉलेजेस में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का क्या होगा ? हालाँकि, इन संस्थानों में काम करने वाले स्टाफ को राज्य सरकार ने कहा है कि वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपने संबंध में जानकारी दें। 'मैंने त्रिपुरा के लोगों से एक झूठा वादा किया था..', भीड़ के सामने सीएम सरमा का कबूलनामा अजमेर सेक्स कांड: 100 से अधिक लड़कियों का बलात्कार और 31 साल बाद खूनी बदला पुण्यतिथि: लाल बहादुर शास्त्री की मौत हुई थी या फिर 'हत्या' ?