यस बैंक में हिमाचल प्रदेश सरकार और अन्य जमाकर्ताओं के 1909 करोड़ रुपये फंसे हैं। इसके साथ ही यह रकम 32 हजार खातों में जमा है। इसमें सरकारी संस्थाओं के 1244 करोड़ रुपये जमा हैं। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को विधानसभा के बजट सत्र में सदन को यह जानकारी दी। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि रिजर्व बैंक ने निवेशकों को धन सुरक्षित होने का आश्वासन दिया है। वहीं सदन में प्रश्नकाल के बाद अपने वक्तव्य में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि यस बैंक की ओर से दी जा रही ऊंची ब्याज दरों के कारण राज्य सरकार और सामान्य जनता ने अपने धन का बड़ा हिस्सा यस बैंक में जमा कर रखा था। वहीं यह प्रक्रिया लंबे वक्त से चली आ रही थी। इस सूचना के मुताबिक 5 मार्च, 2020 तक हिमाचल के विभिन्न जमाकर्ताओं और निवेशकों की ओर से कुल नौ शाखाओं के 32 हजार खातों में 1909 करोड़ रुपये की धनराशि जमा की गई है।इसके साथ ही सीएम ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की ओर से इस बारे में मांगी गई जानकारी पर कहा कि पांच संस्थाओं ने 31 दिसंबर 2017 के बाद 1244 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है । किस संस्था का कितना बजट जमा (करोड़ में) संस्था का नाम दिसंबर 2017 तक दिसंबर 2017 के बाद राज्य सहकारी बैंक 750 625 कांगड़ा सहकारी बैंक 179 320 एचपीआईडीबी 200 104 एचपीपीटीसी 11 25 धर्मशाला स्मार्ट सिटी 209 170 कुल 1349 1244 पीएम मोदी 'बिच्छू' वाले बयान पर HC पहुंचे थरूर, निचली अदालत के फैसले को दी चुनौती पटियाला में मिला कोरोनावायरस का संदिग्ध मरीज, इस देश से लौटा था भारत गिरफ्तार कश्मीरी दंपति के लैपटॉप से मिला कुख्यात आतंकी का पूरा प्रोफाइल, जांच में हुआ खुलासा