शिमला: अभी बारिश का मौसम चल रहा है. वही इस दौरान देश के कई राज्यों में हल्की बारिश हुई तो कहीं भारी वर्षा के कारण कई स्थानों पर बेहद नुकसान हुआ है. वही यदि बात हिमाचल प्रदेश की करे, तो हिमाचल में सर्वाधिक वर्षा के कारण कई भागों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. शिमला में झमाझम वर्षा हुई. कुल्लू शहर में बृहस्पतिवार रात हो रही, भारी वर्षा की वजह से लगभग 12 सड़कें भूस्खलन, मलबा व पत्थर गिरने से अवरुद्ध हो गए हैं. साथ ही नदी-नालों के अतिरिक्त ब्यास भी उफान पर है. तीन दिनों से हो रही वर्षा से किसानों-बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. रोहतांग दर्रा के साथ ऊंची चोटियों में ताजा बर्फ के फाहे गिरने से लाहौल में तापमान गिरा है. शहर के संपर्क मार्गों के साथ कुल्लू-मनाली तथा वामतट के साथ मनाली-लेह मार्ग में भी मलबा व पत्थर गिरने की तहरीर है. वर्षा सेब के साथ मटर, मक्की तथा दलहन फसलों के लिए उपयुक्त मानी जा रही है. वही शहर में इस बार कम वर्षा होने से किसान-बागवानों के साथ लोगों की समस्यां बढ़ना आरम्भ हो गई थी. किन्तु कुल्लू और लाहौल-स्पीति में तीन दिनों से हो रही वर्षा से बड़ी राहत प्राप्त हुई है. उधर मंडी शहर में सर्वाधिक वर्षा की वजह से राजकीय प्राथमिक केंद्रीय विद्यालय खुड्डी का पुराना भवन क्षतिग्रस्त हो गया है. अब नए भवन पर भी संकट मंडरा रहा है. हालांकि स्कूल बंद है. वर्षा से हुई हानि को लेकर फील्ड से रिपोर्ट मांगी गई है. इसके अतिरिक्त बकरखड्ड वाया टीहरा मार्ग भी अवरुद्ध कर दिया गया है. राज्य में नौ अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है. 13 अगस्त तक पूरे राज्य में वर्षा का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है. साथ ही सभी लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. प्रदूषण कम करने के लिए केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, लांच की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी केरल के इन जिलों में भारी बरसात, रेड अलर्ट हुआ जारी केरल में बाढ़ और भूस्खलन से 5 लोगों की दर्दनाक मौत, इडुक्की में हालात बेहद ख़राब