जयपुर: राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रैलियां तेज हो गई हैं, साथ ही नेताओं की तीखी बयानबाजी भी जारी है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही एक-दूसरे पर खुलकर आरोप लगाते हुए पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चुनाव प्रचार करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और खुले तौर पर हिंदू राजनीति में शामिल होने की घोषणा की। हिंदू राजनीति का साहसिक दावा सरमा ने बिना किसी खेद के हिंदू राजनीति में अपनी भागीदारी की घोषणा करते हुए कहा कि हिंदू होना देश में सभी का समर्थन और विश्वास प्राप्त करने का प्रतीक है। उन्होंने हिंदू राजनीति का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि यदि हिंदू का मतलब भारतीय है, तो हिंदू राजनीति में शामिल होने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि वे हिंदू हैं और हिंदू ही रहेंगे। राजस्थान और असम की तुलनात्मक समीक्षा इससे पहले सरमा ने प्रतापगढ़ की एक रैली में राजस्थान और असम की आर्थिक और भौगोलिक स्थितियों की तुलनात्मक आलोचना की। उन्होंने राजस्थान में व्यवस्थित लूट का आरोप लगाया और असम से तुलना की, जहां भाजपा सरकार कम कीमत पर पेट्रोल उपलब्ध कराती है। सरमा ने ईंधन की कीमतों में असमानता को उजागर करते हुए और गरीबों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस की आलोचना की। मदरसों को बंद करने का नवीनीकृत आह्वान सरमा ने मदरसों, विशेषकर सरकारी धन और वेतन प्राप्त करने वाले मदरसों को बंद करने पर अपना रुख दोहराया। उन्होंने सरकारी वेतन वाले मदरसों को बंद करने का प्रस्ताव रखा और इस बात पर जोर दिया कि समुदाय द्वारा संचालित मदरसों को भी विनियमित किया जाना चाहिए। सरमा ने छात्रों के लिए शिक्षा के अधिकार के तहत सुविधाएं सुनिश्चित करने का तर्क दिया और मदरसों को धार्मिक नेता पैदा करने वाले संस्थान बनने के प्रति आगाह किया। चुनावों से पहले, नेताओं के ऐसे साहसिक बयान और आलोचनाएं राजनीतिक परिदृश्य में उत्साह बढ़ाती हैं, जिससे करीबी नजर वाली चुनावी लड़ाई के लिए मंच तैयार होता है। वर्ल्ड कप फाइनल वाले दिन दिल्ली में 'ड्राई डे' क्यों ? सभी शराब दुकानें बंद रखने के आदेश बंगाल की खाड़ी के ऊपर तीव्र हुआ चक्रवात मिधिली, बांग्लादेश तट पर देगा दस्तक 'कांग्रेस के लॉकरों से सोना निकल रहा है, ये आलू से नहीं बना, नागरिकों का है..', राजस्थान में पीएम मोदी का तीखा हमला