देहरादून: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि हिमालयी सीमाओं पर हिमवीरों की तैनाती के कारण कोई भी दुश्मन भारत के क्षेत्र का एक इंच भी अतिक्रमण नहीं कर सकता है। देहरादून में ITBP हेडक्वार्टर में ITBP (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए, शाह ने केंद्र सरकार द्वारा सात आईटीबीपी बटालियनों को मंजूरी देने का ऐलान किया। शाह ने बताया कि, इनमे से चार बटालियनों की स्थापना के साथ-साथ अतिरिक्त 5000 सैनिकों की भर्ती हो भी चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री शाह ने कहा कि लगभग 3000 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली ये स्वीकृत बटालियनें भारत-चीन सीमा पर रणनीतिक रूप से तैनात की जाएंगी। उन्होंने प्रभावी सरकारी नीतियों के साथ सीमा के पास जीवंत गांवों के विकास की कल्पना करते हुए, भारत-चीन सीमा पर कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने में बहादुर हिमवीरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। केंद्रीय मंत्री शाह ने पिछले दशक में ITBP के खर्च में तीन गुना वृद्धि का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार ने भारत-चीन सीमा पर सड़क, पुल और हेलीपैड के निर्माण समेत बुनियादी सुविधाएं बढ़ाने के लिए 2023 के लिए 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट मंजूर किया गया है। यह एक दशक पहले आवंटित 4000 करोड़ रुपये से एक महत्वपूर्ण वृद्धि है। गृह मंत्री ने रेलवे और हवाई यात्रा में अर्धसैनिक बलों के लिए आरक्षण कोटा लागू करने की भी घोषणा की, जिससे ITBP के साहसी सैनिकों को लाभ होगा। उन्होंने कश्मीर, उत्तर पूर्व में कम हुई घटनाओं और वामपंथी हिंसा का हवाला देते हुए पिछले नौ वर्षों में आंतरिक सुरक्षा में पर्याप्त सुधार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, देश की सीमाओं पर दवाओं और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुविधाजनक बनाने के लिए, समर्पित सैनिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा। जाति जनगणना के बाद अब कांग्रेस ने चल दिया मजहबी कार्ड, अल्पसंख्यकों के लिए अलग से 'घोषणापत्र' जारी, इमाम-मुअज्जिनों को वेतन अहम चुनावी मौसम के बीच राजस्थान से क्यों 'गायब' हैं राहुल गांधी? प्रदेश कांग्रेस देख रही रास्ता कतर की कोर्ट में भारत की अर्जी दाखिल, मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसेना अफसरों को छुड़ाने के लिए लड़ेगा हिंदुस्तान