लखनऊ : अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने उत्तरप्रदेश चुनाव के दौरान बहुजन समाज पार्टी को समर्थन देने से हाथ खींच लिया है। इतना ही नहीं महासभा ने स्वंभू सदस्य चक्रपाणि का विरोध करते हुए कहा है कि यदि वे बसपा को समर्थन देने की बात करते हैं तो फिर उनका विरोध करना पड़ेगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता व कार्यकारी अध्यक्ष पंडित बाबा नंद किशोर मिश्र ने यह भी कहा कि हिंदू महासभा किसी भी पार्टी के साथ नहीं है। हिंदू महासभा सदस्योें ने चक्रपाणि महाराज द्वारा स्वयं को हिंदू महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करने का विरोध किया है। जो जानकारी हिंदू महासभा सदस्योें ने दी है उसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने एक निर्णय में चक्रपाणि को हिंदू महासभा का प्रारंभिक सदस्य मानने से इन्कार कर दिया है। SC में भी चक्रपाणि की याचिका रद्द हो चुकी है, मगर फिर भी वे खुद को अध्यक्ष बता रहे हैं यह गलत है। साथ ही हिंदू महासभा के बसपा को समर्थन देने की बात भी गलत है। हिंदू महासभा द्वारा कहा गया है कि चक्रपाणि जो भी बातें कह रहे हैं वे गलत हैं और ऐसे में उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। चुनाव से पहले योगी अदित्यनाथ छोड़ सकते हैं पार्टी हिंदू युवा वाहिनी ने लगाया आदित्यनाथ की उपेक्षा का BJP पर आरोप