लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिस कैराना से कभी हिंदुओं के पलायन की खबर ने देशभर को हिलाकर रख दिया था। अब शामली जिले का वही कैराना कस्बा एक बार फिर सुर्ख़ियों में है, मगर इस बार वजह कोई कलह नहीं, बल्कि एकता की दिशा में उठाया गया उसका एक महत्वपूर्ण कदम है। दरअसल, इस वक़्त देशभर में लाउडस्पीकर को लेकर घमासान मचा हुआ है। इस मुद्दे पर जमकर सियासत भी हो रही है। इस बीच कैराना ने वह मिसाल पेश की है, जिसकी सभी जगह तारीफ हो रहीं है। दरअसल, कैराना में दोनों ही समुदायों ने अपने-अपने धर्म स्थलों से अपनी इच्छा से ही लाउडस्पीकरों को उतारकर मंदिर और मस्जिदों के गुंबद से भाईचारे का संदेश दिया है। मंगलवार को कैराना कोतवाली परिसर में पुलिस अफसरों ने दोनों पक्षों के धार्मिक स्थलों के जिम्मेदार लोगों के साथ में बैठक करते हुए लाउडस्पीकर को लेकर सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। इसके बाद शाम के वक़्त कस्बे के मोहल्ला बेगमपुरा चौक बाजार स्थित छिपियोवाली मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों ने खुद से लाउडस्पीकर उतारने की पहल की। उन्होंने मस्जिद पर लगे एक लाउडस्पीकर को हटा दिया। यहां दो लाउडस्पीकर लगे हुए थे, जबकि एक लाउडस्पीकर की आवाज को कम कर दिया गया है। हालांकि, इसी बीच सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मस्जिद कमेटी के फैसले की प्रशंसा की। वहीं, हिन्दुओं ने भी अपनी ही इच्छा से मंदिरों पर ही लाउडस्पीकर हटा दिए। फंदे से झूली बास्केटबॉल की ये राष्ट्रीय खिलाड़ी, सुसाइड नोट से गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस रेलवे स्टेशन पर बरतें सावधानी, हर किसी को बचाने वाला 'मसीहा' नहीं मिलता दिल्ली के कई इलाकों में चला बुलडोज़र, हटाया गया अतिक्रमण, अब लिस्ट में ये एरिया