जाने-माने लेखक गीतकार जावेद अख्तर इन दिनों अपने कई बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। बीते समय में उन्होंने स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल की तुलना तालिबान से कर दी थी और ऐसा करने के चलते वह विवादों में आए थे। अब इन सभी के बीच जावेद अख्तर ने हिंदू को दुनिया का सबसे 'सभ्य' 'सहिष्णु' समुदाय बताया है। हाल ही में जावेद अख्तर ने सामना अखबार में लेख लिखा है और अपनी बात स्पष्ट कर दी है। जी दरअसल जावेद अख्तर ने इस बात पर हैरानी जताई कि उनके बारे में यह कहा गया है कि 'वे सिर्फ हिंदू कट्टरवाद पर बोलते हैं इस्लामिक कट्टरता पर चुप रह जाते हैं।' इसी के साथ जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि 'भारत, अफगानिस्तान कभी नहीं बन सकता।' आप सभी को बता दें कि शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में जावेद अख्तर ने लिखा, ''एक इंटरव्यू में मैंने कहा था कि हिंदू दुनिया में सबसे सभ्य सहिष्णु समुदाय है। मैंने इस बात पर भी बल दिया था कि भारत कभी भी अफगानिस्तान जैसा नहीं बन सकता क्योंकि भारतीय स्वभाव से चरमपंथी नहीं हैं वो नरम विचारधारा वाले हैं। सामान्य रहना उनके डीएनए में है।'' इसके अलावा जावेद अख्तर ने यह भी लिखा कि, 'पिछले करीब 2 दशकों में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा मेरी जान को खतरा होने की वजह से मुझे पुलिस सुरक्षा दी गई ऐसा 2 बार हुआ। पहली बार तब जब मैंने ट्रिपल तलाक का विरोध किया था। 2010 में एक टीवी डिबेट में मैंने पर्दा के रिवाज के जोरदार बहस की थी। मौलाना इस वजह से मुझसे नाराज भी हुए थे। लखनऊ में मेरे पुतले जलाए गए धमकियों भरे मेल आने लगे। मुझे फिर पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई। इसलिए यह इल्जाम बेबुनियाद है कि मैं मुस्लिम कट्टरतावाद के खिलाफ नहीं बोलता।' आपको हम यह भी बता दें कि जावेद अख्तर हमेशा ही ही अपने ट्वीट्स बयानों की वजह से विवादों में आ जाते हैं और इसी के चलते उन्हें ट्रोलिंग का भी सामना करना पड़ता है। नोरा फतेही ने पहनी ऐसी ड्रेस कि हो गईं ट्रोल 76.57 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया भारत का कोरोना टीकाकरण फ्री बिजली के दम पर AAP की सरकार, सिसोदिया ने यूपी में किया बड़ा चुनावी ऐलान