नई दिल्ली। यदि नक्सलियों का सामना करना है तो हमें कारगर खुफियातंत्र, अच्छी कार्ययोजना, आक्रामक रणनीति, कुशल नेतृत्व और उत्तम प्रशिक्षण की जरूरत होगी। साथ ही हमें प्रौद्योगिकी पर भी काम करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कहां से नक्सलियों का वित्तपोषण प्रभावित हो सकता है। नक्सल विरोधी अभियान को लागू करने के लिए आक्रामता भी लानी होगी। यह बात केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कही। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सली हिंसा से प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक ली। इस परेशानी का सामना करने के लिए 8 सूत्रीय हल मांगा गया। दूसरी ओर यह भी कहा गया कि नक्सल प्रभावित राज्य सरकारों से लक्ष्य की एकता के तौर पर इसे स्वीकार कर लाग किया जाए। उनका कहना था कि नक्सलियों तक पहुंचने के लिए अच्छा सड़क संपर्क चाहिए। इस बैठक में पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना समेत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भाग नहीं ले सके। मगर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भागीदारी की। बैठक में यह तथ्य सामने आया कि बीते 2 माह में ही सीआरपीएफ को अपने 37 जवान नक्सली अभियान में खोने पड़ गए हैं। बैठक में खुफिया तंत्र को और दुरूस्त करने की बात भी सामने आई। जानकारी सामने आई है कि सीआरपीएफ के मध्य क्षेत्र के अतिरिक्त महानिदेशक कुलदीप सिंह को फौरन मुख्यालय स्थानांतरण आदेश के साथ कोलकाता से रायपुर भेजा गया। उन्होंने शुक्रवार को रायपुर में कमान का प्रभार संभाल लिया। सुकमा के बाद अब गढ़चिरौली में नक्सली हमला, 1 जवान शहीद 19 घायल कुंदनपाल से 10 नक्सली गिरफ्तार, कई वारदातों को दिया था अंजाम नक्सलवादियों को घर में घुसकर मारा जाएगा