वाराणसी: हिन्दुओ के पवित्र शहरों में अग्रणी काशी में इस होलिकात्सव अनोखा सांप्रदायिक सौहार्द देखने को मिल रहा है. धर्म नगरी काशी में पांच दिनों से चल रहे होलीकोत्सव के तीसरे दिन बुधवार को मुस्लिम महिलाओं ने जमकर होली खेली. महिलाओं ने एक दूसरे पर रंग फेंकते हुए ढोल की थाप पर फागुन गीत के साथ तीन तलाक पर भी गाने गाए. होली का यह आयोजन मुस्लिम महिला फाउंडेशन और विशाल भारत संस्थान की ओर से किया गया. महिलाओं ने तीन तलाक़ के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद भी दिया और कहा की इस होली के साथ तीन तलाक़ का भी दहन हो जाना चाहिए. होलियाना माहौल में उड़ते गुलाल से लाल होते चेहरों में हिन्दू-मुसलमान की पहचान कहीं खो गई और दिखी तो बस मुहब्बत के फूल और उनकी पंखुड़ियां. ढोल की थाप पर इन्होंने ‘अबकी बार अवध में होली खेलाई, टाट में न रहिएं रामलला.....’, ‘मोदीजी के धनबदवा हे सखी, कइलें खतम तलकवा...’ जैसे गीतों से देश की राजनीति को संदेश भी दिया. समोराह में मुस्लिम महिला फाउंडेशन नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि, त्यौहार मेल मिलाप के लिए ही होते हैं. इस तरह मिलने से हमारे रिश्ते मजबूत होंगे. विशाल भारत संस्थान के अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा, 'होली तो लखनऊ के नवाब भी खेलते रहे. सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक ने तो हाथी पर चढ़कर होली खेली थी. आज पता नहीं क्यों मुस्लिम धर्मगुरु रंगों से दूर रहने को कहते हैं. मुस्लिम महिलाओं से सभी को सबक लेने की जरूरत है. गांव की होली होली पर ऐसे बनाए घर पर मनमोहक रंग Happy रंगपंचमी