होली का पर्व सभी जगह धूम-धाम से मनाया जाता है लेकिन वृन्दावन में होली का नजारा सबसे अलग होता है। यहाँ भगवान कृष्ण प्रेम के प्रतीक माने जाते हैं और श्रीकृष्ण मथुरा में रंगों के साथ होली मनाते थे और उसके बाद से ही होली का त्यौहार रंगों के त्यौहार के रूप में मनाए जाने की प्रथा शुरू हो गई। ऐसे में इन सभी जगहों पर होली का जश्न मनता है। कहा जाता है श्री कृष्णा वृंदावन और गोकुल में अपने दोस्तों के साथ होली खेलते थे। धीरे-धीरे इस त्यौहार ने एक सामुदायिक कार्यक्रम का रूप ले लिया है। इसी के चलते आज भी वृंदावन में होली का उत्सव बेजोड़ है। यहाँ से एक वीडियो सामने आया है जो आप देख सकते हैं। वैसे होली को लेकर एक मान्यता यह भी है कि होली एक वसंत त्योहार है जो सर्दियों को अलविदा कहता है। वहीं कुछ हिस्सों में उत्सव वसंत फसल के साथ भी जुड़े हुए हैं। जी दरअसल नई फसल से भरे हुए अपने भंडार को देखने के बाद किसान होली को अपनी खुशी के एक हिस्से के रूप में मनाते हैं। इस वजह से, होली को 'वसंत महोत्सव' के रूप में भी जाना जाता है। आप देख सकते हैं वीडियो में भीड़ कितनी भयंकर है जो होली मनाने के लिए उत्सुक है। सभी पर होली का रंग दिख रहा है और सभी खुश नजर आ रहे हैं। आप सभी को बता दें कि यहाँ होली के पांचवें दिन रंग पंचमी को भी रंगों का उत्सव मनाते हैं। जी हाँ और इस दिन को 'पर्व' के रूप में जाना जाता है और यह होली के उत्सव का अंतिम दिन होता है। जी दरसल इसी दिन एक दूसरे पर रंगीन पाउडर और पानी डाला जाता है और राधा और कृष्ण व देवी देवताओं की पूजा की जाती है और उन्हें रंगों से रंगा जाता है। होली पर गर्भवती महिला भूल से भी ना करें ये दो का यात्रीगण कृपया ध्यान दें, होली से ठीक पहले रद्द हुईं 250 से ज्‍यादा ट्रेनें कार्य में बार-बार आ रही है बाधा तो होलिका दहन के दिन सरसों के तेल से करें यह आसान टोटका